घटना 29 जून की शाम बड़नगर की चौपाटी क्षेत्र की है। उमरिया गांव निवासी आज़ाद शाह अपनी पत्नी मुस्कान और तीन वर्षीय बेटे तनवीर के साथ किसी काम से उज्जैन आया था। बताया जा रहा है कि जब तीनों चौपाटी इलाके से गुजर रहे थे, तभी सामने से गांव के कुछ परिचित लोग आते दिखाई दिए। इस पर आज़ाद ने पत्नी मुस्कान से घूंघट डालने को कहा। मुस्कान के इनकार करने पर आज़ाद ने आपा खो दिया और अपनी गोद में बैठे बेटे तनवीर को गुस्से में उठाकर सड़क पर पटक दिया।
इस हृदयविदारक दृश्य को देखकर आसपास मौजूद लोग स्तब्ध रह गए। घायल बच्चे को तत्काल उज्जैन जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां सिर, हाथ और पैर में गंभीर चोटों के चलते उसे चार दिन तक इलाज के लिए भर्ती रखा गया। बुधवार देर रात बच्चे की मौत हो गई।
ढाबा संचालक ने दिखाई मानवता और साहस
घटना के तुरंत बाद पास ही स्थित एक ढाबा संचालक पीयूष मोरवाल ने साहस दिखाते हुए आरोपी पिता को मौके पर ही पकड़ लिया और तत्काल पुलिस को सूचना दी। पहले पुलिस ने आरोपी के खिलाफ गंभीर चोट पहुंचाने की धाराओं में मामला दर्ज किया था, लेकिन अब बच्चे की मौत के बाद भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के तहत मुकदमा कायम किया गया है।
पुलिस ने आरोपी को भेजा जेल, जांच जारी
बड़नगर थाना प्रभारी अशोक पाटीदार ने बताया कि मृतक की मां मुस्कान की शिकायत पर मामले में विस्तृत जांच की जा रही है। आरोपी आज़ाद शाह को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। पुलिस ने घटना से जुड़े तमाम साक्ष्य एकत्रित कर लिए हैं और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।