जबलपुर। शहर के गोहलपुर थाना क्षेत्र में बीते 13 मई की रात मिली एक अज्ञात व्यक्ति की क्षत-विक्षत लाश ने जबलपुर पुलिस के सामने चुनौती खड़ी कर दी थी। नंदन विहार त्रिमूर्ति नगर स्थित संस्कार स्कूल के पास झाड़ियों में मिले शव के अंशों ने अंधी हत्या की आशंका को जन्म दिया, जिसका खुलासा अब हो चुका है। पुलिस ने मामले की गंभीर जांच के बाद मृतक की पहचान कजरवारा निवासी परम सिंह गौड़ (40) के रूप में की है, जिसकी निर्मम हत्या कर उसके शव को टुकड़ों में काटकर फेंका गया था।
पहचान से खुली हत्या की परतें
शव की पहचान तब संभव हो सकी जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बाएं पैर में पुरानी सर्जरी के निशान (लोहे की रॉड लगे होने) का उल्लेख आया। पुलिस कंट्रोल रूम से जबलपुर के सभी थानों को सतर्क किया गया। इसी क्रम में गोराबाजार के कजरवारा क्षेत्र निवासी परम सिंह गौड़ के गायब होने की जानकारी मिली। जब तलाश के दौरान परम की बहन यशोदा बाई व बहनोई रतन सिंह को शव की शिनाख्त के लिए बुलाया गया, तो उन्होंने मृतक को परम सिंह गौड़, पिता स्व. श्यामलाल ठाकुर, निवासी पटेल मोहल्ला, कजरवारा के रूप में पहचाना।
हत्या का कारण: जमीन विवाद और संदेह
जांच में सामने आया कि परम सिंह का आरोपी राकेश कटारिया से जमीन में गाड़ी खड़ी करने को लेकर विवाद चल रहा था। तीन माह पूर्व राकेश की पत्नी की संदिग्ध परिस्थितियों में छत से गिरकर मौत हो गई थी। राकेश को शक था कि इस घटना में परम सिंह की भूमिका हो सकती है। इसी शक के चलते उसने बदला लेने की नीयत से हत्या की योजना बनाई।
हत्या की रूह कंपा देने वाली कहानी
पुलिस के अनुसार, राकेश कटारिया ने अपने पुत्र सोहेल और दामाद राजबीर सिंह के साथ मिलकर परम सिंह को अपने घर बुलाया। पहले तो उसे लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा गया, फिर बाथरूम में ले जाकर धारदार कसाई चाकू से शव के टुकड़े कर दिए गए। शरीर के अंगों को छिपाने के लिए घर के पीछे की दलदली ज़मीन में फेंक दिया गया।
सबूतों की तलाश और गिरफ्तारियां
पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर शव के अन्य हिस्से सिर, हाथ, आदि बरामद कर लिए हैं। हत्या में प्रयुक्त हथियार बेट (डंडा) और कसाई चाकू की बरामदगी का प्रयास जारी है।
गिरफ्तार आरोपी:
-
राकेश कटारिया (50 वर्ष), निवासी नंदन विहार कॉलोनी, त्रिमूर्ति नगर, गोहलपुर।
-
सोहेल कटारिया (23 वर्ष), पुत्र राकेश कटारिया।
-
राजबीर सिंह (30 वर्ष), निवासी अन्ना बस्ती, थाना कैंट, राकेश का दामाद।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस जघन्य हत्याकांड के खुलासे में थाना प्रभारी प्रतीक्षा मार्को के नेतृत्व में गठित टीम — जिसमें उपनिरीक्षक किशोर बागरी, सहायक उपनिरीक्षक राधेश्याम राय, इसरार खान, रोहन शुक्ला, प्रधान आरक्षक देवेंद्र, धर्माजी, राजा भैया, सुरेश, आरक्षक आलोक, गोपाल, अनुराग, समरेन्द्र, अमित, अतुल, दिनेश, मुनीत, संजय, रावेन्द्र, सचिन्द्र व अंकुर कौशल शामिल थे ने अत्यंत सतर्कता व सूझबूझ का परिचय दिया।