जबलपुर/मझौली। सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से रिश्वत वसूली की प्रवृत्ति थमने का नाम नहीं ले रही। ताजा मामला जबलपुर जिले के मझौली विकासखंड के ग्राम डूडी का है, जहाँ संबल योजना की राशि दिलाने के नाम पर एक महिला से 35 हजार रुपये की रिश्वत मांगने वाले सरपंच को लोकायुक्त की टीम ने रंगेहाथ दबोच लिया। टीम ने उसे रिश्वत की पहली किस्त 10 हजार रुपये लेते समय केनरा बैंक शाखा धनगंवा के सामने पकड़ा।
लोकायुक्त पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम डूडी निवासी धनिया बाई पटेल ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके पति की मृत्यु दो वर्ष पूर्व हो चुकी है, जिसके बाद उन्हें संबल योजना के तहत दो लाख रुपये की राशि स्वीकृत हुई थी। आरोप है कि ग्राम पंचायत डूडी के सरपंच गोपीचंद कोल ने इस राशि को दिलाने तथा विधवा पेंशन और राशन कार्ड बनवाने के नाम पर 35 हजार रुपये की मांग की।
शिकायत का सत्यापन किए जाने के बाद लोकायुक्त जबलपुर की टीम ने ट्रैप कार्रवाई की योजना बनाई और बुधवार को सरपंच गोपीचंद कोल को रिश्वत की पहली किस्त लेते ही रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया गया। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित 2018) की धारा 7, 13(1)(b), और 13(2) के तहत मामला दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है।
इस कार्रवाई में लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती नीतू त्रिपाठी के नेतृत्व में इंस्पेक्टर शशिकला मस्कुले, इंस्पेक्टर जितेंद्र यादव सहित अन्य अधिकारी शामिल रहे।