छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुष्पा फिल्म का खुमार देशभर में छाया हुआ है, लेकिन अब यह दीवानगी खतरनाक होती दिख रही है। बिलासपुर के सीपत थाना क्षेत्र स्थित मटियारी गांव में रविवार को एक 16 साल के नाबालिग लड़के ने अपने दादा की 37 साल पुरानी लाइसेंसी बंदूक से फायरिंग कर दी। घटना में उसकी दादी और एक अन्य व्यक्ति घायल हो गए।
परिवारिक विवाद के चलते भड़का गुस्सा
घटना का कारण परिवारिक विवाद बताया जा रहा है। मटियारी के इस परिवार में आपसी रंजिश के चलते नाबालिग ने गुस्से में खुद को फिल्म पुष्पा का नायक समझते हुए यह कदम उठाया। फायरिंग के बाद नाबालिग ने मशहूर डायलॉग दोहराया, “फ्लावर नहीं फायर है मैं।” इसके बाद उसने अपने दादा की पुरानी लाइसेंसी बंदूक निकालकर फायर कर दिया।
घायल अस्पताल में भर्ती
फायरिंग के दौरान गोली उसकी दादी और एक अन्य युवक को लगी। घटना के बाद दोनों घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
पुलिस ने बंदूक जब्त की, नाबालिग हिरासत में
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बंदूक को जब्त कर लिया और नाबालिग को हिरासत में ले लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि नाबालिग ने इस घटना को अंजाम देने की योजना कैसे बनाई।
पुष्पा फिल्म से प्रभावित युवा
फिल्म पुष्पा का प्रभाव युवा पीढ़ी पर स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है। हालांकि, इस तरह की घटनाएं यह सवाल खड़ा करती हैं कि क्या फिल्मों का प्रभाव समाज में गलत दिशा में जा रहा है। इस घटना ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है और सोशल मीडिया पर भी लोग इसे लेकर अपनी राय दे रहे हैं।