संस्‍कृत में हुई कॉमेंट्री ; खिलाड़ियों ने धोती-कुर्ता पहनकर खेली क्रिकेट

मैच के दौरान पिच को क्षिप्या, बाल को कंदुकम्, छक्के को षठकम, चौके को चतुष्कम, रन को धावनम, बैट्समैन को वल्लक, बॉलर को गेंदक, फील्डर को क्षेत्ररक्षक और विकेटकीपर को स्तोभरक्षक: आदि बोला जा रहा था।

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक अनोखे क्रिकेट मैच का आयोजन किया गया। इस मैच में वैदिक कर्मकांड करने वाले ब्राह्मणों ने धोती-कुर्ता पहनकर क्रिकेट खेली। किसी खिलाड़ी के माथे पर चंदन का तिलक था, तो किसी ने गले में मोती-रुद्राक्ष की माला पहन रखी थी। मैच का उद्देश्य भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देना था।

क्रिकेट मैच की कॉमेंट्री संस्कृत में की गई। महर्षि महेश योगी के जन्मोत्सव पर इस मैच का आयोजन संस्कृति बचाओ मंच की ओर से किया गया था। यह अनूठी क्रिकेट प्रतियोगिता वैदिक मंत्रों के साथ शुरू हुई। इस तरह के आयोजन का यह दूसरा साल है। प्रतियोगिता में वैदिक संस्थानों में पठन-पाठन करने वाले, भागवत कथा सुनाने का कार्य करने वाले कर्मकांडी ब्राह्मणों ने ही हिस्सा लिया। मैच शुरू होने से होने पहले वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सिक्‍का उछालकर टास हुआ।

मैच के दौरान पिच को क्षिप्या, बाल को कंदुकम्, छक्के को षठकम, चौके को चतुष्कम, रन को धावनम, बैट्समैन को वल्लक, बॉलर को गेंदक, फील्डर को क्षेत्ररक्षक और विकेटकीपर को स्तोभरक्षक: आदि बोला जा रहा था।

@58Believ ने लिखा, ‘वैसे क्रिकेट पश्चिमी खेल है? वे कुछ भारतीय खेल क्यों नहीं खेल सकते?’ @RajuTG1972 ने लिखा, ‘बीसीसीआई कृपया भारतीय टीम की जर्सी में ये बदलाव करें… यह है नया भारत।’ कुछ यूजर्स ने खेल आयोजन को लेकर तारीफ भी की।

संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष पंडित चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि मैच में संस्थान एकादश ने कपिल मुनि एकादश को आठ विकेट से हराया। पंडित कपिल शर्मा ने बताया कि यहां प्लेयर ऑफ द मैच को एक वेद पुस्तक मिलती है। मैन ऑफ द सीरीज के लिए पंचांग रखा गया है। साथ ही विजेता टीम के लिए 5001 और उपविजेता के लिए 2100 रुपए का पुरस्कार है।

@Rahulmishra__ ने लिखा, ‘संस्कृत प्रेमियों के लिए रखी गई प्रतियोगिता से मुगलों और विदेशों के वंशजों को इतनी समस्या हो रही है,अब समझ आया बख्तियार ने नालंदा क्यों जलाया था, और वे लोग भी यहां …. कर रहे हैं, जिनकी औरतें अंग्रेजो के घरों में काम करती थीं और पुरुष उनके खेतों में।’ @HinduBuddy ने लिखा, ‘आलोचना करने वालों को.. समझना चाहिए..। वे अंग्रेजी खेल के साथ संस्कृत भाषा के संलयन का प्रयोग कर रहे हैं…। उन्हें करने दो…। तुम्हें क्यों दर्द होता है..?’

मैच की खबर सोशल मीडिया पर वायरल है। लोग इस पर तरह-तरह के कमेंट्स कर रहे हैं। किसी ने लिखा, ‘क्रिकेट क्यों खेल रहे हैं, यह तो अंग्रेजों का खेल है!!’ एक यूजर ने लिखा, ‘जूते की जगह फिर खड़ाऊ पहनें।’ @aakashmehrotra ने लिखा, ‘इतना इंडियन बनना है तो इंग्लिश गेम क्यों खेल रहे हैं। महाभारत की तरह चौखट खेलो और अपनी संपत्ति और पत्नी को दांव पर लगाओ।’


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