जानें क्‍या है न्‍यूरो एंडोक्राइन ट्यूमर जिससे पीड़‍ित रहे अभिनेता इरफान

बॉलीवुड अभिनेता इरफान खान (Irrfan Khan) ने 53 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। इरफान पिछले काफी समय से ट्यूमर और आंतों के इन्फेक्शन से जूझ रहे थे। खान की 2018 में कैंसर की बीमारी का इलाज भी हुआ था। वर्सेटाइल एक्टिंग और डायलॉग डिलिवरी के लिए दुनियाभर में पहचाने जाने वाले इरफान खान ने बुधवार को मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में अपनी आखिरी सांसे ली। इरफान खान ने अपने फैन्स को ट्वीट कर बताया था कि वो न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर से पीड़ित हैं। आइए जानते हैं आखिर क्या होता है न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर और कितनी खतरनाक है यह बीमारी।
क्या है न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर?
न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर हार्मोन्स बनाने वाली ग्रांथियों से संबंधित कैंसर होता है। इस कैंसर का यदि समय रहते पता चल जाए तो इसका इलाज संभव हो सकता है। न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर को बेहद दुर्लभ बताया जाता है जो शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। अधिकांश न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर फेफड़े,अपेंडिक्स, छोटी आंत, रेक्टम और अग्नाशय में होते हैं। लेकिन यह बिना कैंसर के भी हो सकते हैं।

न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर के लक्षण-
न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर से पीड़ित व्यक्तियों में कुछ खास तरह के लक्षण नजर आने लगते हैं। इससे पीड़ित व्यक्ति में हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत के साथ, एंग्जाइटी अटैक, बुखार, सिरदर्द, अधिक पसीना आना, मितली, उल्टी , दिल की धड़कनों का अनियंत्रित तरीके से धड़कना आदि जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
इतना ही नहीं न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर से पीड़ित रोगी में पेट दर्द, पीलिया, गैस्ट्रिक अल्सर, आंतों में दिक्कत और वजन में कमी जैसे लक्षण भी देखे जा सकते हैं।
न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर का इलाज क्या संभव होता है-
न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर एक बेहद दुर्लभ बीमारी है। बावजूद इसके इस बीमारी का यदि समय पर पता लग जाए तो इसका इलाज करना संभव होता है। डॉक्टर इस बीमारी का इलाज सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी या फिर कीमियोथेरेपी की मदद से करते हैं। न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर बाकी ट्यूमर्स की तुलना में बहुत धीरे-धीरे विकसित होता है। जो शरीर में एमिनो एसिड्स बनाने का काम करते हैं। यही वजह है कि रोगी के शरीर में न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर के लक्षण नजर आने लगते हैं।
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