मेलबर्न:

ऑस्ट्रेलिया की आरएमआईटी यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने पाया है कि मधुर संगीतमय अलार्म से सजगता का स्तर बेहतर हो सकता है, इसके विपरीत कर्कश ध्वनि से सुबह के वक्त सुस्ती बढ़ सकती है. यह निष्कर्ष उन लोगों के लिए लाभदायक हो सकता है जिन्हें सुबह उठते ही काम पर लग जाना होता है.
विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर एडरियान डायर ने कहा, ‘‘नींद से जागने पर ‘बिप बिप’ की कर्कश ध्वनि से मस्तिष्क की गतिविधियां भ्रमित हो जाती हैं जबकि मधुर ध्वनि जैसे कि बीच बॉयज की ‘गुड वाइब्रेशन्स’ से हम अच्छे से जाग पाते हैं.’’ मुख्य शोधकर्ता स्टुअर्ट मैकफारलेन ने कहा कि यह उन लोगों के लिए खास मायने रखता है जो जागते ही खतरनाक हालात में काम करते हैं जैसे कि दमकल विभाग का कार्य, पायलट के रूप में विमान उड़ाने का कार्य, अस्पताल या कोई अन्य आपात कार्य जिसमें लोगों को बेहद चौकन्ना रहना पड़ता है.
9 टू 6 फुलटाइम जॉब करने वाली महिलाओं को जहां 9 घंटे जॉब को और बाकी सारा समय घर को देना पड़ता है वहां उनका खुद के लिए समय निकालना काफी मुश्किल हो गया है. इससे उनके स्वभाव में चिड़चिड़ापन और सेहत भी बिगड़ने लगती है. इसके साथ ही अपनी पर्सनल लाइफ के लिए भी महिलाएं उतना समय नही दे पाती. लेकिन अगर आप चाहे तो कुछ आसान तरीकों को अपनाकर अपने बेहद बिजी शेड्यूल से भी खुद के लिए समय निकाल सकती हैं.
यूं निकाले समय
खुद के लिए समय निकाल लेना भले ही आज के दौर में मुश्किल है मगर आप आसान तरीकों से इस मुश्किल काम को भी आसान बना सकती हैं. घर से ऑफिस या ऑफिस से घर जा रही हों तो अपने फोन में बिजी रहने की जगह वह काम करें जिससे आप को सुकून मिले. आप किताबें या फिर म्यूजिक का सहारा ले सकती हैं. ट्रैवलिंग के दौरान आप घर या ऑफिस के काम के बारे में न सोचकर अपने लिए इस समय का इस्तेमाल करें.
खुद के लिए समय निकाल लेना भले ही आज के दौर में मुश्किल है मगर आप आसान तरीकों से इस मुश्किल काम को भी आसान बना सकती हैं. घर से ऑफिस या ऑफिस से घर जा रही हों तो अपने फोन में बिजी रहने की जगह वह काम करें जिससे आप को सुकून मिले. आप किताबें या फिर म्यूजिक का सहारा ले सकती हैं. ट्रैवलिंग के दौरान आप घर या ऑफिस के काम के बारे में न सोचकर अपने लिए इस समय का इस्तेमाल करें.
Tags
Lifestyle