ईरान ने जब्त टैंकर के 9 भारतीय कर्मियों को रिहा किया, 45 अभी भी हिरासत में

ईरान ने टैंकर एमटी रिआह पर सवार 12 भारतीय क्रू सदस्यों में से नौ को रिहा कर दिया है. ईरान ने इस टैंकर को होरमुज खाड़ी से 13 जुलाई को जब्त किया था. इसके साथ इस पर और दो अन्य जहाजों पर सवार 45 भारतीयों को रिहा कराए जाने के प्रयास जारी हैं.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि टैंकर एमटी रिआह के साथ 12 भारतीय क्रू सदस्यों को ईरानी कोस्ट गार्ड ने 13 जुलाई को हिरासत में लिया था. क्रू के नौ सदस्यों को रिहा किया गया है और वे भारत जल्द पहुंचेंगे.

उन्होंने कहा, 'ईरान में हमारे मिशन ने संबंधित ईरानी अधिकारियों से बाकी के क्रू सदस्यों को रिहा करने का आग्रह किया है.' एमटी रिआह पर बचे तीन सदस्यों के अलावा, 18 भारतीय अभी भी ब्रिटिश ऑयल टैंकर 'स्टेना इम्पेरो' पर सवार है. स्टेना इम्पेरो को बीते सप्ताह ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड ने होरमुज खाड़ी से जब्त किया था.

ईरानी टैंकर 'ग्रेस 1' पर 24 भारतीय क्रू सदस्य सवार हैं, जिन्हें ब्रिटिश नौसैनिकों ने जिब्राल्टर जलसंधि से हिरासत में लिया है. तेहरान में भारतीय दूतावास को गुरुवार को स्टेना इम्पेरो पर सवार 18 भारतीयों तक राजनयिक पहुंच दी गई. कुमार ने कहा कि भारत इन 18 भारतीयों को लेकर ईरानी अधिकारियों के संपर्क में है.कुमार ने कहा, 'हम ईरानी अधिकारियों पर असर डालने में जुटे हुए हैं, जिससे हम उन्हें स्वदेश वापस ला सकें.'

विदेश राज्य मंत्री वी.मुरलीधरन ने भी ट्वीट कर तेहरान में स्टेना इम्पेरो पर सवार भारतीयों तक राजनयिक पहुंच मिलने की बात कही.

प्रवक्ता ने कहा कि लंदन में भारतीय उच्चायोग के तीन सदस्यीय दल ने 24 भारतीय क्रू सदस्यों से 24 जुलाई को मुलाकात की. ये क्रू सदस्य 'ग्रेस 1' पर सवार थे. उच्चायोग के सदस्यों ने कहा कि सरकार उनकी रिहाई व स्वदेश वापसी के लिए जरूरी कदम उठाएगी.


उन्होंने कहा कि 24 भारतीयों में किसी तरह की कोई घबराहट नहीं थी. वह अपने परिवार के सदस्यों के संपर्क में थे. मुरलीधरन ने ट्वीट किया, 'क्रू का मनोबल ऊंचा है. उनकी जल्द रिहाई का भरोसा है. एचसीआई लंदन उन्हें जरूरी यात्रा दस्तावेज मुहैया कराएगा और दूसरे इंतजाम करेगा.'

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