उजाला योजना के नाम पर नकली बल्ब बेचने का आरोप

जबलपुर। बिजली की बचत और हिंदुस्तान को रोशन करने के इरादे से लांच की गई उजाला योजना में अब हल्की क्वालिटी या नकली बल्ब बेचने के आरोप लग रहे हैं। इसकी वजह से महाकोशल क्षेत्र में योजना पटरी से उतरती दिखाई दे रही है।

प्रधानमंत्री की उजाला योजना में नकली एलईडी बल्ब की सप्लाई हो रही है। ये खुलासा दो एलईडी बल्ब वेंडर की लड़ाई में हुआ। शहर में बल्ब की पर्याप्त संख्या में सप्लाई नहीं होने पर ईएसएसएल कंपनी ने एक अन्य वेंडर को जवाबदारी दी। नए वेंडर ने जब स्टॉल लगाने की कोशिश की तो पुराने वेंडर के साथ विवाद शुरू हो गया। नगर निगम के सामने जगह का विवाद काफी देर तक चला। इस बीच वेंडर ने एक दूसरे पर नकली माल बेचने का आरोप लगाया है।

महंगे दाम में बेच हैं सामान-

उजाला योजना में एलईडी बल्ब, ट्यूबलाइट और पंखे शहर की सड़कों पर बिक रहे हैं। कंपनी उजाला योजना लिखे हुए बल्ब बेच रही है। इनकी कीमत शासन स्तर से तय हुई है फिर भी स्टॉल में लोगों से ज्यादा पैसा लिया जा रहा है। ईएसएसएल कंपनी के अधिकारी भी इस बात की कई बार शिकायत कर चुके हैं लेकिन किसी वेंडर के खिलाफ कोई शिकायत नहीं हुई। इतना ही नहीं दुकानदार बिना बिल के ही उपकरण बेच रहे हैं। इस वजह से उपकरण की गारंटी भी मिलने में मुश्किल होगी।

जगह को लेकर झगड़ा-

नगर निगम के सामने फुटपाथ पर ईएसएसएल कंपनी का पुराना वेंडर स्टॉल लगा रहा था। अप्रैल से एक नए वेंडर को काम मिला। मंगलवार को उसने स्टॉल लगाया तो दूसरे वेंडर ने विरोध किया। काफी देर हंगामा मचने के बाद ईएसएसएल कंपनी के एरिया मैनेजर पहुंचे। उन्होंने नए वेंडर को स्टॉल लगाने को कहा। इधर पुराने वेंडर ने दूसरे पर कटनी का डुप्लीकेट बल्ब बेचने का आरोप लगाया। सूत्रों ने बताया कि शहर के कई ठिकानों में ऊजाला योजना में ही नकली बल्ब बिक रहे हैं। पिछले 15 दिनों से बल्ब की शॉर्टेज बनी हुई है। इसकी शिकायत ईएसएसएल कंपनी के मुख्यालय तक हुई है।

दाम से ज्यादा हो रही है वसूली -

उपकरण कंपनी दाम वसूली-

सीलिंग फैन 1110 रुपए 1200 रुपए

ट्यूबलाइट 220 रुपए 230 रुपए

बल्ब 70 रुपए 80 रुपए

14 लाख था लक्ष्य, 7 लाख क्रास नहीं-

जबलपुर में करीब 14 लाख एलईडी बल्ब बेचना था, लेकिन किन्हीं वजह से सप्लाई नहीं हो सकी। अब तक 7 लाख बल्ब ही बिके हैं। जल्द टारगेट पूरा होगा। -सम्राट डोंगरे, मार्केटिंग सुपरवाइजर, ईएसएसएल

प्रदेश में बल्ब की शॉर्टेज कई जगह हुई है। केन्द्र से ही पर्याप्त संख्या में बल्ब नहीं मिल रहे हैं। डुप्लीकेट बल्ब बिकने की शिकायत आती है तो कार्यवाही करवाते हैं। जबलपुर में जांच करवाई जाएगी। -मनु श्रीवास्तव, निदेशक, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग मप्र शासन

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