राहुल बोले- संसद में 15 मिनट दो, मोदी भाग खड़े होंगे; लेकिन 4 साल में एक सवाल नहीं पूछा

नई दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सात दिन में दो बार दावा किया है कि अगर संसद में उन्हें रफाल डील और नीरव मोदी के मुद्दे पर 15 मिनट बोलने दिया जाए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाग खड़े होंगे। लेकिन इन दोनों मुद्दों को उन्होंने निजी तौर पर संसद में उठाने की कभी कोशिश ही नहीं की। असल में किसी भी सांसद को संसद में कोई भी मुद्दा उठाना होता है तो उसके लिए लोकसभा सचिवालय को नोटिस देना होता है। अमूमन इस पर शून्यकाल यानी 12 से 1 बजे के बीच बोलने का मौका मिलता है। हालांकि, यह स्पीकर पर निर्भर करता है। जब भास्कर ने पता किया तो सामने आया कि रफाल डील विवाद के बाद उन्होंने स्पेशल मेंशन के तहत इस मुद्दे पर बोलने के लिए कभी कोई नोटिस ही नहीं दिया।

संसद में 43 मिनट बोले पर रफाल का जिक्र नहीं
- राहुल ने 2 मार्च 2016 को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की बहस में हिस्सा लिया। यहां 31 मिनट बोले। इसमें किसी भी मुद्दे पर बोला जा सकता है। मगर रफाल का जिक्र तक नहीं किया।
- 14 मार्च 2016 को बेमौसम बरसात और 28 मार्च को महंगाई के मुद्दे पर 12 मिनट बोले। पर रफाल पर खुद नहीं बोले।
- 25 जनवरी 2016 को रफाल डील के बाद राहुल को संसद में तीन बार बोलने का मौका मिला। पर रफाल सौदे का जिक्र तक नहीं किया। यहां तक कि उन्होंने पिछले चार साल में एक प्रश्न तक नहीं पूछा।
- राहुल गांधी सिर्फ एक बार 1 अगस्त 2014 को स्पेशल मेंशन के तहत बोलने खड़े हुए। वह भी इजरायल में गाजा पट्‌टी पर हमले को लेकर। स्पेशल मेंशन के अलावा उन्होंने नियम 377 के तहत भी कोई नोटिस नहीं दिया।

मोदी को मौन साबित करने की कोशिश में कांग्रेस
- यूपीए के 10 साल में मनमोहन सिंह को मौन पीएम कहा जाता रहा है। मोदी ने इसे चुनाव में खूब भुनाया। अब कांग्रेस ने यही रणनीति मोदी के लिए बनाई है। कांग्रेस यह साबित करने में जुटी है कि अहम मुद्दों पर मोदी चुप रहते हैं। इसी रणनीति के तहत राहुल दावा कर रहे हैं कि मोदी उनके सामने टिक नहीं पाएंगे।

चार साल में मोदी 14 बार और राहुल 11 बार बोले
- पिछले चार साल के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 बड़ी बहसों में हस्तक्षेप कर चुके हैं। मोदी 8 घंटे 19 मिनट तक बोले चुके हैं। वहीं, राहुल गांधी ने संसद में 11 बार अपनी बात रखी। राहुल गांधी ने इस दौरान 1 घंटा 41 मिनट विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखी। 287 दिन में से उनकी उपस्थिति 150 दिन रही।

सवा शेर न बनें राहुल-अश्विनी चौबे
- केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा, "प्रधानमंत्री शेर हैं और राहुल गांधी सवा शेर बनने की कोशिश न करें। राहुल की बातों में तो कोई तथ्य भी नहीं होता।"

राहुल ने दिया है नोटिस- रणदीप सुरजेवाला
- कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला का कहना है, "यह लोकसभा सचिवालय का मुद्दों को भटकाने का प्रयास है। कांग्रेस ने रफाल को लेकर कई नोटिस दिए हैं। यह गलत है कि राहुल ने कोई नोटिस नहीं दिया।"


अभी बोलना सीख रहे हैं राहुल- मेधवाल
- केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने राहुल पर निशाना साधते हुए कहा कि वे अभी बोलना सीख रहे हैं।

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