बर्थडे स्पेशल: एक निर्देशक को 'अजंता की मूरत' लगी थीं सोनम कपूर

सोनम कपूर को बॉलीवुड की फै़शन आइकॉन के रूप में जाना जाता है. कहा जाता है कि सोनम कपूर जो भी कपड़े पहन लें वो स्टाइल स्टेटमेंट बन जाते हैं.

सोनम अपनी बहन रिया के फ़ैशन ब्रांड 'रीज़न' को प्रमोट करती हैं. बीते दिनों फ्रांस में आयोजित कान फ़िल्म फ़ेस्टिवल के रेड कारपेट पर सोनम ने अपना जादू बिखेरा.

एवरग्रीन एक्टर अनिल कपूर की बड़ी बेटी सोनम कपूर को देखकर लगता है कि उनकी ज़िन्दगी बिलकुल परफे़क्ट रही होगी. लेकिन ऐसा है नहीं क्योंकि सोनम हमेशा से ही अपने मोटापे, उतार-चढ़ाव से भरे फ़िल्मी करियर और ट्रोलिंग से लड़ती रही हैं.

जब मोटापे पर कमेंट करने की वजह से किया था ब्रेकअप
सोनम कपूर फैशन और स्टारकिड से बढ़कर भी बहुत कुछ हैं. फ़िल्मों में आने से पहले वह बहुत मोटी हुआ करती थीं. सिंगापुर में पढ़ाई के दौरान उनका वज़न बहुत बढ़ गया था. वैसे सोनम कभी फ़िल्मों में आना ही नहीं चाहती थीं. इस वजह से उन्होंने अपने बढ़े हुए वज़न पर कभी ध्यान नहीं दिया.

उनके उस समय के बॉयफ्रेंड ने उनके मोटापे का मज़ाक उड़ाते हुए उनपर कोई भद्दा कमेंट किया. इस कमेंट के बाद सोनम को समझ में आ गया कि वह लड़का उनकी इज्ज़त नहीं करता था. उन्होंने उससे ब्रेकअप कर लिया.

संजय लीला भंसाली ने की थी डेढ़ साल तक मान-मनौवल

भारत लौटने के बाद सोनम कपूर ने संजय लीला भंसाली की फ़िल्म 'ब्लैक' से असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर अपना करियर शुरू किया.

लेकिन भंसाली को सोनम में एक्टिंग की संभावनाएं दिखीं. उन्होंने सोनम से कहा कि वो अजंता की मूरत जैसी दिखती हैं. सोनम का वज़न उस वक़्त 86 किलो था. उन्हें यकीन ही नहीं हुआ कि वो इतनी ख़ूबसूरत हैं.

संजय ने उन्हें अपनी फ़िल्म में साइन करना चाहा लेकिन सोनम ने टाल दिया. संजय ने उन्हें डेढ़ साल तक अपनी फ़िल्म के लिए मनाया. आखिरकार सोनम ने हां कर दी. उसके बाद सोनम ने 'सांवरिया' के लिए करीब 35 किलो वज़न घटाया और आज सोनम बॉलीवुड की सबसे हॉट अभिनेत्रियों में से एक हैं.

फ़िल्मों में आने से पहले थीं वेटर:

सोनम का पहला जॉब फ़िल्मों में नहीं था. उनका सबसे पहला जॉब एक रेस्टोरेंट में वेटर का था. यह नौकरी उन्होंने सिंगापुर में अपनी 2 सालों की पढ़ाई के दौरान की थी.

फ़िल्मों में नहीं मिली ख़ास सफ़लता: 

2005 में जब उन्होंने संजय लीला भंसाली की फ़िल्म 'सांवरिया' में रणबीर कपूर के साथ डेब्यू किया तो लोग उनकी ख़ूबसूरती को देखते रह गए.

उसके बाद सोनम ने दिल्ली-6, आय हेट लव स्टोरीज़, आयशा जैसी कई फ़िल्में कीं, इन फ़िल्मों के गाने तो बेहद लोकप्रिय हुए लेकिन उन्हें कोई ख़ास सफ़लता नहीं मिली.

पर सोनम की किस्मत और एक्टिंग का लोहा 2013 में आई आनंद एल राय की फ़िल्म 'रांझणा' से माना गया जिसने उनके करियर को फिर से एक गति दी. इस फ़िल्म में उनके साथ धनुष मुख्य भूमिका में थे.

फ़िल्म में सोनम का किरदार दिल्ली में रहने वाली एक मुसलमान लड़की ज़ोया का था जो ख़ूबसूरत थी, स्मार्ट थी, कॉन्फिडेंट थी और अपनी ज़िन्दगी के फैसले लेना जानती थी. इस किरदार को सोनम ने बखूबी निभाया था.

इसी साल आई 'भाग मिल्खा भाग' में वह बीरो नाम की गांव की एक लड़की के किरदार में थीं. 'रांझणा' वाली ज़ोया से उलट बीरो गांव की सीधी-सादी सी लड़की थी. इस रोल में सोनम की मासूमियत ने लोगों का दिल जीत लिया.

लेकिन सोनम के करियर में टर्निंग पॉइंट आया नीरजा भनोट की बायोपिक 'नीरजा' से.

राम माधवानी के निर्देशन में बनी इस फ़िल्म में मॉडल और एयर होस्टेस नीरजा के किरदार इतनी ख़ूबसूरती से निभाया कि उन्हें इसके लिए 2017 में नेशनल अवार्ड से सम्मानित किया गया.

आने वाले दिनों में वो संजय दत्त की बायोपिक में टीना मुनीम के किरदार में नज़र आएंगी.

सोनम कपूर ने अपनी फ़िल्मों से ज़्यादा अपने फ़ैशन सेंस और बेबाक बयानों के लिए मशहूर रही हैं. उनके 31वें जन्मदिन पर हमारी तरफ से उन्हें ढेर सारी बधाइयां!

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