दीवाली पर बहिष्कार लेकिन इस होली सब है स्वीकार

प्रतापगढ़। दिवाली पर जहां चाइनीज सामान को बहिष्कार करने की होड़ सी लग गई थी वहीं ठीक चार महीने बाद इस बहिष्कार की तरफ लोगों का रुख थोड़ा नरम होता दिख रहा है। ना तो सोशल मीडिया पर चीनी सामानों के बहिष्कार को लेकर कोई जंग छिड़ी है और ना ही बाजारों में किसी तरह का विरोध दिखाई पड़ रहा है।
ऐसा लगता है कि मानों चाइनीज आइटम की बिक्री को देशभक्ति से जोड़ने वाले विभिन्न संगठनों के लोगों ने भी चुप्पी साध ली है। होली पर बाजारों में चाइनीज सामानों की धूम मची है।
पिचकारी, मुखौटा और टोपी तो है ही, इस बार चायनीज चिप्स और पापड़ भी आ गए हैं। लोग इनकी जमकर खरीदारी भी कर रहे हैं। दीपावली से पहले चाइना के सामानों के विरोध को लेकर जबरदस्त अभियान चला था। सोशल मीडिया पर तो वार छिड़ा ही था, तमाम संगठन भी खुलकर विरोध में आ गए थे। कई व्यापारियों ने भी देशहित में चाइना के सामानों को बेचने से तौबा कर लिया था। चार महीने भी नहीं बीते और होली के त्योहार पर चाइना का बाजार चरम पर है।
दुकानदारों ने भी चाइना के सामानों को हाथों हाथ लिया है। चाइना की चिप्स, पापड़, भुजिया सबकुछ है। इसके अलावा बच्चों को लुभाने वाली पिचकारी, रंग-बिरंगे मुखौटे और विशेष बालों से तैयार की गई कलरवाली टोपियां आर्कषण का केंद्र बनी हुई हैं। वहीं प्रतापगढ़ के चौक घंटाघर, पंजाबी मार्केट, बाबागंज, अंबेडकर चौराहा, लालगंज, कुंड, रानीगंज और सांगीपुर के दुकानदारों का कहना है कि त्योहार पर इनकी डिमांड बढने से सामानों की बिक्री की जा रही है।

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