शिलोम जेम्स पर साक्ष्य मिटाने का आरोप, दो अन्य की भी भूमिका आई सामने
इंदौर/शिलांग।राजा रघुवंशी हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में जुटी शिलांग पुलिस की एसआईटी और इंदौर क्राइम ब्रांच को बुधवार को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पलासिया स्थित इंडस्ट्री हाउस के पीछे एक नाले से जांच टीम ने महत्वपूर्ण सबूत बरामद किए हैं, जो केस की दिशा और गहराई दोनों तय कर सकते हैं। इस कार्रवाई में आरोपी शिलोम जेम्स को भी मौके पर लाया गया था, जिसके निशानदेही पर यह सामग्री मिली।
पुलिस के अनुसार, नाले से सोनम रघुवंशी का लैपटॉप, राजा रघुवंशी का मोबाइल फोन, सोनम को दी गई देसी पिस्टल और कुछ सोने-चांदी के आभूषण बरामद किए गए हैं। माना जा रहा है कि इन डिजिटल डिवाइसेज़ से कई महत्वपूर्ण राज़ उजागर हो सकते हैं, जिनका सीधा संबंध हत्या की साज़िश और इसके पीछे की पूरी सच्चाई से जुड़ा हो सकता है।साक्ष्य मिटाने की थी सुनियोजित साज़िश
जांच में यह भी सामने आया है कि शिलोम जेम्स ने हत्या के सबूत छिपाने और नष्ट करने की सुनियोजित कोशिश की थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इसमें उसका साथ लोकेंद्र तोमर और बलविंदर नामक दो अन्य लोगों ने दिया। आरोप है कि हीराबाग स्थित फ्लैट से सोनम का सूटकेस, नकदी, आभूषण और हथियार भी इन्हीं की मदद से गायब किए गए।पुलिस अब तीनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है और सभी डिजिटल सबूतों की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है। SIT का मानना है कि लैपटॉप और मोबाइल फोन से हत्या की साज़िश, रिश्तों के जाल और आपसी संवादों की परतें खुल सकती हैं।