शिवपुरी में लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई: तहसीलदार के रीडर को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ दबोचा




शिवपुरी, मध्यप्रदेश।प्रदेश में सरकारी तंत्र के भीतर व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस ने एक और सख्त कार्रवाई करते हुए तहसील कार्यालय की गरिमा को धूमिल कर रहे एक कर्मचारी को रंगेहाथ पकड़ लिया है। यह कार्रवाई शिवपुरी जिले के पोहरी तहसील में की गई, जहां तहसीलदार के रीडर पुनीत गुप्ता को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया।

जानकारी के मुताबिक, यह रिश्वत सरकारी नाले से अतिक्रमण हटाने के आदेश पारित करने की एवज में मांगी गई थी। पीड़ित अतरसिंह धाकड़, निवासी ग्राम रणधीर, ने जब इस अवैध मांग के खिलाफ आवाज़ उठाई तो लोकायुक्त पुलिस ने साक्ष्यों के आधार पर जाल बिछाकर शुक्रवार को यह कार्रवाई की।

शिकायत और जांच का सिलसिला
पीड़ित अतरसिंह धाकड़ ने बताया कि ग्राम बरईपुरा स्थित उसकी कृषि भूमि के पास से एक सरकारी नाला गुजरता है। आरोप है कि पड़ोसी किसान ने उस नाले पर पत्थर की बाउंड्री खड़ी कर अवरोध उत्पन्न कर दिया, जिससे बारिश का पानी उसकी जमीन में भरने लगा। इसके चलते न केवल मिट्टी का कटाव हुआ, बल्कि हर वर्ष उसकी फसलें भी बर्बाद हो रही थीं।

धाकड़ ने एक साल पहले ही तहसीलदार को आवेदन सौंपा था। पटवारी से जांच भी पूरी हो चुकी थी, लेकिन फाइल जानबूझकर लंबित रखी गई। तहसीलदार के रीडर पुनीत गुप्ता ने इस फाइल को आगे बढ़ाने के लिए 10 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की।

लोकायुक्त की योजनाबद्ध कार्रवाई
10 जून को पीड़ित ने लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक, ग्वालियर कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई और अपनी बात को मजबूती से रखते हुए जरूरी साक्ष्य भी प्रस्तुत किए। इसके बाद लोकायुक्त पुलिस की विशेष टीम ने शुक्रवार को योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई करते हुए आरोपी पुनीत गुप्ता को रिश्वत की राशि लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया।


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