भोपाल।कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को भोपाल में पार्टी विधायकों और जिला अध्यक्षों की महत्वपूर्ण बैठक में संगठन को लेकर बड़ा संदेश दिया। उन्होंने साफ कर दिया कि अब पार्टी केवल प्रतीकों के भरोसे नहीं चलेगी, बल्कि जमीनी स्तर पर सक्रिय और सक्षम नेतृत्व को तरजीह दी जाएगी।
बैठक के दौरान जब एक विधायक ने यह सवाल उठाया कि क्या मध्य प्रदेश में कांग्रेस के पास कोई मज़बूत चेहरा नहीं है, तो राहुल गांधी ने दो टूक जवाब देते हुए कहा, “किसने कहा हमारे पास चेहरा नहीं है? हमारे पास 10 मज़बूत चेहरे हैं।” उन्होंने संगठन की पुरानी कार्यशैली पर तंज कसते हुए कहा, “पहले कांग्रेस बारात के घोड़े को रेस में भेज देती थी और रेस के घोड़े को बारात में, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। रेस का घोड़ा रेस में जाएगा, बारात का घोड़ा बारात में और लंगड़ा घोड़ा घर जाएगा।”
संगठन में अनुशासन सर्वोपरि
राहुल गांधी ने साफ किया कि कांग्रेस अब संगठन के भीतर अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि पहले संभवतः कुछ मामलों को नजरअंदाज किया गया हो, लेकिन अब पार्टी हर स्तर पर कड़ी मॉनिटरिंग करेगी। राहुल ने इशारों में पार्टी के भीतर मौजूद निष्क्रिय या ‘स्लीपर सेल’ तत्वों को चेतावनी देते हुए कहा कि अब ऐसे लोगों पर नज़र रखी जा रही है और उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।
‘काम का जिला अध्यक्ष चाहिए, सिर्फ नाम का नहीं’
जिला कांग्रेस अध्यक्षों को स्पष्ट संदेश देते हुए राहुल ने कहा कि संगठन को ऐसे ज़िला अध्यक्ष चाहिए जो सिर्फ नाम के लिए पद न संभालें, बल्कि सक्रिय भूमिका निभाएं। “अगर कोई जिला अध्यक्ष काम नहीं कर रहा है तो उसे बदला जाएगा। यह जरूरी नहीं कि जो एक बार बना, वह हमेशा बना रहेगा,” उन्होंने कहा।
55 नए नेता तैयार करने का लक्ष्य
राहुल गांधी ने बताया कि पार्टी का लक्ष्य है कि प्रदेश में भविष्य के लिए 55 नए नेता तैयार किए जाएं। इसके लिए जिला अध्यक्षों की भूमिका बेहद अहम होगी। उन्होंने कहा कि लोकल बॉडी चुनावों से लेकर विधानसभा टिकटों के चयन तक जिला अध्यक्षों की रिपोर्ट को निर्णायक माना जाएगा। “देखा जाएगा कि उनके जिले में कांग्रेस के वोट बढ़े या घटे,” राहुल ने जोड़ा।