त्रिपुरा में जब्ती के बाद रेलवे स्टेशनों पर सघन निगरानी अभियान शुरू
जबलपुर। भारत-पाक सीमा पर जारी तनाव के बीच देशभर में सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। इसी क्रम में रेल यात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों और ट्रेनों में निगरानी तेज कर दी है। जबलपुर आरपीएफ ने सोमवार शाम स्टेशन परिसर और प्लेटफार्मों पर सघन तलाशी अभियान चलाया। कार्रवाई में 50 से अधिक सशस्त्र जवानों ने भाग लिया।
आरपीएफ के जवानों ने स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया, प्रतीक्षालय, प्लेटफार्म और एंट्री गेट पर यात्रियों के सामान की जांच की। माइक के माध्यम से यात्रियों को सतर्क करते हुए उन्हें घबराने की बजाय सहयोग की अपील की गई।
त्रिपुरा में हथियारों की बरामदगी के बाद बढ़ाई गई सतर्कता
यह तलाशी अभियान त्रिपुरा के अगरतला रेलवे स्टेशन पर त्रिपुरा सुंदरी एक्सप्रेस से बरामद हथियारों के बाद तेज किया गया है। जानकारी के अनुसार, रविवार को आरपीएफ ने ट्रेन के जनरल कोच में रखे गए दो पिट्ठू बैग से 8 देसी पिस्तौल और 16 मैगजीन बरामद की थीं। हथियारों को भूरे रंग की सेलो टेप में लपेट कर छिपाया गया था। बरामदगी के तुरंत बाद रेलवे बोर्ड ने सभी मंडलों को अलर्ट जारी किया है।
जबलपुर स्टेशन पर विशेष निगरानी
जबलपुर आरपीएफ पोस्ट प्रभारी राजीव खरब ने बताया कि सीमा पर चल रही गतिविधियों के मद्देनज़र रेलवे को आतंरिक सुरक्षा का अहम केंद्र माना जा रहा है। "हजारों यात्रियों की रोजाना आवाजाही को सुरक्षित बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है," उन्होंने कहा।
जबलपुर में स्थित ऑर्डनेंस फैक्ट्रियों के कारण भी स्टेशन को रणनीतिक दृष्टि से संवेदनशील माना जाता है। ऐसे में यहां की सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी को और सख्त किया गया है।
संदिग्धों पर नजर, प्रवेश से पहले जांच
स्टेशन के प्रवेश द्वारों पर यात्रियों के सामान की जांच के बाद ही उन्हें प्लेटफार्म पर प्रवेश दिया जा रहा है। प्लेटफॉर्म और ट्रेनों में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए plainclothes स्टाफ को भी तैनात किया गया है। जांच के दौरान जिन यात्रियों पर शक हुआ, उनसे पूछताछ की जा रही है।
रेलवे अधिकारियों ने कहा है कि यह अभियान आने वाले दिनों में और व्यापक किया जाएगा ताकि किसी भी असामाजिक तत्व की घुसपैठ को रोका जा सके।