जबलपुर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के बाद देशभर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। इसी क्रम में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश के कई प्रमुख शहरों में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। यह मॉक ड्रिल 7 मई को जबलपुर सहित मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और कटनी जिलों में आयोजित की जाएगी।
जबलपुर में मॉक ड्रिल की तैयारियों को लेकर एएसपी सुर्यकांत शर्मा ने जानकारी दी कि केंद्र सरकार के निर्देशानुसार यह ड्रिल एक समन्वित अभ्यास होगी, जिसमें सेना, पुलिस, आपदा प्रबंधन बल और अन्य सुरक्षा एजेंसियां संयुक्त रूप से भाग लेंगी। इस अभ्यास के दौरान युद्ध जैसी स्थिति, विशेषकर हवाई हमलों की आशंका के परिप्रेक्ष्य में नागरिकों को सचेत रहने और बचाव के उपायों का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
ड्रिल के दौरान शहर में सायरन सिस्टम का परीक्षण भी किया जाएगा, जो किसी भी संभावित हवाई हमले की स्थिति में नागरिकों को सतर्क करेगा। इन सायरनों की ध्वनि संकेत पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार, यह अभ्यास आम नागरिकों को आपात स्थिति में संयम, सतर्कता और सुरक्षा के मूल मंत्र सिखाने का अवसर होगा।
विशेष बात यह है कि देश में इस प्रकार की सिविल डिफेंस ड्रिल लगभग पांच दशकों बाद दोबारा की जा रही है। इससे पहले ऐसा व्यापक स्तर का अभ्यास 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान आयोजित किया गया था। अनुमान है कि देश की लगभग 60 प्रतिशत जनसंख्या के लिए यह ड्रिल अपनी तरह का पहला अनुभव होगा।
यह मॉक ड्रिल केवल एक अभ्यास न होकर नागरिकों और सुरक्षा एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय की एक कड़ी भी है, जिससे आपातकालीन परिस्थितियों में जान-माल की हानि को न्यूनतम किया जा सके।