हरियाणा | करोड़ों रुपये के कर चोरी के मामले में आयकर विभाग ने ओरिस, आरओएफ सहित कई बिल्डरों के ठिकानों पर छापेमारी की. इस दौरान टीमों ने दस्तावेजों और रिकॉर्ड को खंगाला. कुछ दस्तावेजों को जब्त भी किया गया. इस बाबत ओरिस बिल्डर के एमडी और आरओएफ बिल्डर के अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन सभी के फोन बंद मिले. छापेमारी हरियाणा और दिल्ली में 28 जगहों पर की गई. आयकर विभाग की सभी टीमों ने सुबह छह बजे सीआरपीएफ के जवानों को लेकर बिल्डरों के सभी ठिकानों पर पहुंचकर छापेमारी शुरू कर दी. आयकर विभाग के उच्च अधिकारी हर घंटे छापेमारी की जानकारी अधिनस्थ अधिकारियों से एकत्रित कर रहे थे. छापेमारी देर शाम तक चलती रही.
सुत्रों के अनुसार ओरिस और आरओएफ ग्रुप पर 100-100 करोड़ रुपये की कर चोरी करने का आरोप है. इस पर आयकर विभाग गुरुग्राम ने इन दोनों के अलावा अन्य बिल्डरों के ठिकानों पर सुबह ही छापेमारी करने के लिए 28 जगहों पर टीमें पहुंचीं. गुरुग्राम के अलावा चंडीगढ़, करनाल, दिल्ली, लुधियाना में भी कार्रवाई की गई. बिल्डरों के घर, ऑफिस सहित अन्य ठिकानों पर देर शाम तक छापेमारी की गई. छापेमारी के दौरान कुछ दस्तावेजों को जब्त किया गया. गुरुग्राम में सेक्टर-44 रमाडा होटल और सेक्टर-70 में भी छापेमारी की गई. यहां पर गेट के बाहर सीआरपीएफ के जवानों का कड़ा पहरा रहा.
ओरिस बिल्डर के पास बड़ा लैंड बैंक बता दें कि डीएलएफ बिल्डर के बाद सबसे बड़ा लैंड बैंक हरियाणा में ओरिस बिल्डर के पास है. ओरिस बिल्डर ने ग्रीन-पोलिस प्रोजेक्ट को गुरुग्राम में लांच किया था. प्रोजेक्ट पूरा नहीं किया. लोगों के करोड़ों रुपये का गबन करने का भी अरोप है. वहीं आरओएफ बिल्डर एक नया उभरता हुए रियल एस्टेट ग्रुप है. इनके द्वारा की जा रही कर चोरी पर आयकर विभाग काफी समय से नजर रख रहा था.