हिंदू धर्म में फुलेरा दूज का विशेष महत्व माना गया है और इसे अबूझ मुहूर्त भी कहा जाता है. क्योंकि इस दिन कोई भी मांगलिक कार्य बिना मुहूर्त देखे भी कर सकते हैं. फुलेरा दूज के दिन भगवान कृष्ण और मां राधा की पूजा की जाती है. कहते हैं इस दिन राधा-कृष्ण का पूजन करने से उनका आशीर्वाद मिलता है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. दांपत्य जीवन में खुशहाली के लिए भी यह दिन बहुत खास माना गया है. (Phulera Dooj Imporance) राधा-कृष्ण की पूजा करने से घर में खुशहाली आती है. यदि दांपत्य जीवन में खटपट चल रही है तो फुलेरा दूज के दिन कुछ उपाय अपनाने से सभी परेशानियां दूर होंगी. ये दिन दांपत्य जीवन में खुशियां भरने का दिन है. इस दिन किए गए उपाय शादीशुदा जीवन को नए उत्साह से भर देते हैं.
फुलेरा दूज पर करें ये विशेष उपायफुलेरा दूज के दिन विधि-विधान के साथ राधा-कृष्ण की पूजा करें और उन्हें अबीर चढ़ाएं. यदि संभव हो तो पति-पत्नी को इस दिन मिलकर पूजा करनी चाहिए.
अगर आप राधा-कृष्ण का आशीर्वाद व कृपा पाना चाहते हैं तो फुलेरा दूज के दिन मन में ‘राधेकृष्ण’ जपें.
दांपत्य जीवन में आ रही परेशानियों को दूर करने के लिए फुलेरा दूज के दिन बेडरूम की पलंग पर गुलाबी रंग का धागा बांध दें. गुलाबी रंग के वस्त्र धारण करें.
फुलेरा दूज के दिन श्रीराधा-कृष्ण को सफेद रंग की मिठाई का भोग लगाएं. इससे वह प्रसन्न होते हैं और आप पर कृपा बरसाते हैं.
फुलेरा दूज के दिन भगवान श्रीकृष्ण को जो गुलाल अर्पित किया जाता है, उससे अपने माथे पर तिलक करें.
विवाहित महिलाएं इस दिन राधा जी को सुहाग की सामग्री अर्पित करें. इनमें से कोई एक चीज अपने पास रखें. बाकी किसी सुहागन स्त्री को दान दे दें.
रंग-बिरंगे फूलों से राधा-कृष्ण का श्रृंगार करें. उनसे दांपत्य जीवन में खुशियों का आशीर्वाद मांगें.