सेंधा नमक का ज्यादा प्रयोग बढ़ सकता है बीपी, इन बीमारियों का भी बढ़ता है खतरा



आप ये सोचकर खूब सेंधा नमक का प्रयोग करते हैं कि ये सेहत के लिए फायदेमंद है? तो आपको अपनी सोच बदलने की जरूरत है। सेंधा नमक हाई बीपी ही नहीं, कई अन्य बीमारियों में अधिक खाने से फायदे की जगह नुकसान करने लगता है।

अगर आप भी उन लोगों में शुमार है जो हाई बीपी में सेंधा नमक को बहुत उपयोगी समझते हैं तो ये खबर आपके लिए ही है। सेंधा नमक के फायदे बहुत होते हैं, लेकिन कुछ बीमारियों में सेंधा नमक फायदे की जगह नुकसान पहुचा सकता है। इतना ही नहीं सेंधा नमक का ज्यादा प्रयोग कई बार कुछ बीमारियों का कारण भी बन जाता है। इसलिए सेंधा नमक को डाइट में रोज का हिस्सा बनाने से पहले ये खबर जरूर पढ़ लें।

आयोडीनयुक्त नमक की तरह ही सेंधा नमक का भी लोग उपयोग करते हैं। व्रत में खाने के साथ ही कई बार इसके फायदे जानकर लोग रोजाना के खाने में भी इसी नमक को खाने लगते हैं। सेंधा नमक को शुद्ध और नेचुरल होता है।इस नमक में करीब 85 फीसदी सोडियम क्लोराइड होता है, जबकि बाकी 15 फीसदी में अन्य खनिज जैसे आयरन, कॉपर, जिंक, आयोडीन, मैंगनीज, मैग्नेशियम, सेलेनियम सहित कम से कम 84 प्रकार के तत्व होते हैं, लेकिन आयोडिन नहीं होता। जबकि साधारण नमक में आयोडिन सबसे अधिक होता है।

सेंधा नमक जानिए कब होता है ज्यादा खाना नुकसानदायक थायरॉयड - अगर आपको थायरॉयड है तो आपके लिए सेंधा नमक बिलुकल सही नहीं। क्योंकि इसमें आयोडिन की कमी बीमारी को और बढ़ा सकती है।

प्रेग्नेंसी- गर्भवती महिला के लिए केवल सेंधा नमक सही नहीं होता। इससे शरीर में आयोडिन की कमी होती है और होने वाले बच्चे में मानसिक और शारीरिक कमियां हो सकती हैं। हाई बीपी - अगर सेंधा नमक की अधिक मात्रा का सेवन किया जाए तो इससे ब्लड प्रेशर के लेवल को हाई कर सकता है। हाई बीपी के मरीजों के लिए सोडियम नुकसानदायक है। दोनों ही नमक में सोडियम की मात्रा काफी होती है। इसलिए हाई बीपी के मरीजों के लिए दोनों ही नमक की ज्यादा मात्रा अच्छी नहीं है। एडिमा की समस्या - जिन लोगों को एडिमा की समस्या है, उन्हें भी सेंधा नमक का इस्तेमाल सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही करनी चाहिए। सेंधा नमक की अधिक मात्रा सूजन का कारण बन सकती है। वॉटर रिटेंशन - अगर सेंधा नमक का अधिक इस्तेमाल करते हैं तो इससे वॉटर रिटेंशन की भी समस्या हो सकती है।

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