जबलपुर गोलीकांड : अवैध खनन को लेकर दो पक्षों में झगड़ा, भाजयुमो नेता की हालत नाज़ुक

 


मध्य प्रदेश में रेत के कारोबार से जुड़ी आपराधिक खबरें थम नहीं रही हैं. इस मामले में गोलियां चलाने वाले आरोपी फरार हैं जबकि पुलिस को मौका ए वारदात से सबूत मिले हैं कि दर्जन भर से ज़्यादा गोलियां चलीं.

जबलपुर. मध्य प्रदेश में रेत माफिया लंबे समय से आपराधिक और हिंसक गति​विधियों के लिए चर्चा में रहा है. ताज़ा खबर के मुताबिक ज़िले के शाहपुरा थाना क्षेत्र में रेत के वैध अवैध कारोबार को लेकर एक बार फिर दो पक्षों में खूनी संघर्ष हुआ. मंगलवार की रात शहपुरा के पड़ाव रेत नाके पर रॉयल्टी को लेकर दीपक सिंह और रॉयल्टी लेने वाले लोगों में विवाद के दौरान रॉयल्टी लेने वाले एक युवक ने फायरिंग कर दी, जिससे दीपक गंभीर रूप से घायल हो गया. पुलिस मामले की जांच और आरोपियों की तलाश कर रही है. जानकारी के मुताबिक रॉयल्टी विवाद में दीपक पर जो गोली दागी गई, वह उसके जबड़े में घुसकर पार निकल गई. इस गोलीकांड में गंभीर रूप से लहूलुहान हो गए दीपक को फौरन उसके साथी मौके से जबलपुर के एक निजी अस्पताल में लेकर गए. देर रात तक दीपक की हालत काफी गंभीर बनी हुई थी.
वहीं, घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को फायर की गोलियों के एक दर्जन से ज्यादा खोखे मिले. बताया गया है कि फायरिंग करने वाले आरोपी फरार हैं. मामले के मुताबिक रेत नाके से रेत परिवहन को लेकर बीते कुछ दिनों से रॉयल्टी का विवाद चल रहा था. इसी विवाद के चलते दीपक रेत नाके पर बातचीत करने पहुंचा था, लेकिन दोनों पक्षों में विवाद इतना बढ़ा कि बात गोलीबारी तक पहुंच गई.
दीपक सिंह भारतीय जनता युवा मोर्चा का पदाधिकारी है और जबलपुर रिलाएबल आर्गेनाईजेशन नामक समाजसेवी संस्था का अध्यक्ष है. यह संस्था गरीब और बेसहारा लोगों की मदद करती है. घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में दीपक के समर्थक अस्पताल पहुंच गए. वहीं पुलिस इस मामले में फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है.

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने