छत्तीसगढ़ में बेकाबू हुआ कोरोना संक्रमण, मध्य प्रदेश ने इंटरस्टेट बस सर्विस पर लगाई रोक

 


भोपाल: कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ के बीच संचालित होने वाली बस सेवा पर अगले 8 दिनों के लिए रोक लगा दी गई है. ग्वालियर अपर परिवहन आयुक्त ने तत्काल प्रभाव से सभी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों, एआरटीओ, चेक पोस्ट प्रभारी, एसपी को आदेश का पालन कराने के निर्देश दिए हैं. 15 अप्रैल तक छत्तीसगढ़ से एमपी में न तो बसें प्रवेश करेंगी और न ही यहां की बसें छत्तीसगढ़ जा सकेंगी.

जबलपुर, सिंगरौली, सीधी, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट, छिंदवाड़ा, उमरिया, शहडोल, कटनी, रीवा, सतना, आदि जिलों से छत्तीसगढ़ के लिए बसें संचालित होती हैं. इन जिलों से रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, कोरबा, भिलाई के लिए बसों का संचालन होता है. अनुमान के मुताबिक दोनों राज्यों के बीच रोजना लगभग 8 से 10,000 लोग यात्रा करते हैं. महाराष्ट्र की बस सेवा पर भी रोक लग चुकी है. जबलपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, नैनपुर आदि से महाराष्ट्र के लिए बसों का संचालन एक महीने से बंद है.


देश में महाराष्ट्र के बाद छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामले सर्वाधिक तेजी से बढ़ रहे हैं. 6 अप्रैल को छत्तीसगढ़ में कोरोना के कुल 9,921 केस सामने आए थे. वहां एक्टिव केस की संख्या 52,445 पर पहुंच गई है. जबकि एमपी में 24 घंटे में कुल 3,722 केस सामने आए हैं. प्रदेश में कुल एक्टिव केस 24,155 हैं. इसी तरह महाराष्ट्र में 6 अप्रैल को 55,469 नए केस सामने आए. कुल 4,72000 एक्टिव केस महाराष्ट्र में हैं.


केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार शाम अपनी डेली प्रेस ब्रीफिंग में छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की स्थिति को चिंताजनक बताया था.  उनका कहना था कि छत्तीसगढ़ कम जनसंख्या वाला एक छोटा राज्य है लेकिन देश में कोरोना संक्रमण के कुल मामलों में इसकी हिस्सेदारी 6 प्रतिशत है. देश में कोविड से होने वाली कुल मौतों का 3 प्रतिशत छत्तीसगढ़ में सामने आ रहा है. इसलिए इस राज्य में कोरोना की स्थिति ज्यादा चिंताजनक है.

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