JEE मेन्स परीक्षा के दौरान बड़ी चूक, कोरोना पॉजिटिव छात्र पहुंचा परीक्षा केन्द्र और फिर...

कोरोना संक्रमण के बीच मंगलवार से जेईई मेन्स परीक्षा देशभर में शुरू हुई। 660 परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा 6 सितंबर तक होगी। कोरोना संक्रमण के दौरान होने वाली सबसे बड़ी परीक्षा जेईई मेन्स में पहले ही दिन राजस्थान के कोटा के एक केंद्र पर बड़ी चूक सामने आई है। यहां जेईई मेन परीक्षा देने कोरोना पॉजिटिव छात्र परीक्षा केन्द्र पहुंच गया। वहीं केन्द्र पर उसे यह कहकर वापस लौटा दिया गया कि उसकी परीक्षा बाद में होगी। जबकि एनटीए की एडवाजरी व एडमिट कार्ड में कहीं भी यह जिक्र नहीं था कि पॉजिटिव छात्रों का आना जरूरी नहीं है। 
इतनी बड़ी चूक होने के बाद अब केंद्रों को सूचित किया जा रहा है कि संक्रमित छात्रों का आना जरूरी नहीं है। अगर कोई संक्रमित है तो एडमिट कार्ड के साथ पॉजिटिव रिपोर्ट केंद्र पर भेज सकता है। परीक्षा के लिए कई छात्र दूसरे शहरों से पहुंच रहे हैं, ऐसे में इस चूक से न सिर्फ संक्रमित को परेशानी उठानी पड़ी, बल्कि दूसरों के लिए भी कोरोना संक्रमण का खतरा पैदा हो गया।
परीक्षा से पहले ही जारी कर देनी चाहिए थी सूचना
एनटीए द्वारा एडमिट कार्ड डाउनलोड करते समय ही हैल्थ को लेकर डिक्लेरेशन फाॅर्म भरवाया गया था। एनटीए को तभी कोरोना संक्रमित छात्रों का हैल्थ सर्टिफिकेट मांग कर उन्हें परीक्षा की नई तारीख आवंटित कर देनी चाहिए थी, या फिर जो सूचना परीक्षा शुरू होने के बाद सर्कुलेट की जा रही है, वह परीक्षा के पहले ही जारी कर देनी चाहिए थी।
कैसे निकाला जाएगा पर्सेंटाइल
मंगलवार को परीक्षार्थियों का बीआर्क व बी प्लानिंग का पेपर था। अब इन छात्रों का अलग स्लॉट में पेपर होगा। ऐसे में इनका पर्सेंटाइल कैसे निकाला जाएगा, इस पर भी सवाल खड़ा हो गया है। दरअसल, कोविड निगेटिव छात्रों की संख्या अधिक और कोविड पॉजिटिव की संख्या कम होगी। ऐसे में पर्सेंटाइल कैसे निकाला जाएगा ये देखना होगा।

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