ये वास्तु दोष नहीं होने देते आपकी तरक्की, जानिए और दूर कीजिए

ऐसा कई लोगों के साथ होता है कि कड़ी मेहनत के बाद भी लाभ नहीं हो पाता और उस हिसाब से नतीजे नहीं निकलते। इसकी वजह वास्तु दोष (Vastu Dosh) भी हो सकता है। कुछ लोग इसे नहीं मानते या ध्यान नहीं देते लेकिन यह चीज हिंदू धर्म (Hindu Religion) के हिसाब से काफी महत्वपूर्ण है। हम आपको वास्तु दोष के निवारण के लिए कुछ उपाय बताने जा रहे हैं जिन्हे अपनाकर आप जीवन में सफलता की ऊंचाईयों को छू सकते हैं …
1. सुबह के समय थोड़ी देर तक निरंतर बजने वाली गायत्री मंत्र की धुन चलने दें।
2. सायंकाल के समय घर के सदस्य सामूहिक आरती करें। इससे भी वास्तुदोष दूर होते हैं।
3.पूजाकक्ष की दीवारों का रंग सफ़ेद हल्का पीला अथवा हल्का नीला होना चाहिए
4.हल्दी को जल में घोलकर एक पान के पत्ते की सहायता से अपने सम्पूर्ण घर में छिड़काव करें। इससे घर में लक्ष्मी का वास तथा शांति भी बनी रहती है।
5. अपने घर के मन्दिर में घी का एक दीपक नियमित जलाएं तथा शंख की ध्वनि तीन बार सुबह और शाम के समय करने से नकारात्मक ऊर्जा घर से बाहर निकलती है।
6.अपने घर में दीवारों पर सुन्दर, हरियाली से युक्त और मन को प्रसन्न करने वाले चित्र लगाएं. इससे घर के मुखिया को होने वाली मानसिक परेशानियों से निजात मिलती है
7.हल्दी को जल में घोलकर एक पान के पत्ते की सहायता से अपने सम्पूर्ण घर में छिड़काव करें। इससे घर में लक्ष्मी का वास तथा शांति भी बनी रहती है।
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9. अपने घर के मन्दिर में घी का एक दीपक नियमित जलाएं तथा शंख की ध्वनि तीन बार सुबह और शाम के समय करने से नकारात्मक ऊर्जा घर से बाहर निकलती है।
10.अपने घर में दीवारों पर सुन्दर, हरियाली से युक्त और मन को प्रसन्न करने वाले चित्र लगाएं. इससे घर के 11.मुखिया को होने वाली मानसिक परेशानियों से निजात मिलती है
12.यदि आपके घर का मुख्य द्वार दक्षिणमुखी है, तो यह भी मुखिया के के लिये हानिकारक होता है। इसके लिये मुख्यद्वार पर श्वेतार्क गणपति की स्थापना करनी चाहिए।
13.अपने घर के पूजा घर में देवताओं के चित्र भूलकर भी आमने-सामने नहीं रखने चाहिए इससे बड़ा दोष उत्पन्न होता है।
12.अपने घर में ईशान कोण अथवा ब्रह्मस्थल में स्फटिक श्रीयंत्र की शुभ मुहूर्त में स्थापना करें। यह यन्त्र लक्ष्मीप्रदायक भी होता ही है, साथ ही साथ घर में स्थित वास्तुदोषों का भी निवारण करता है।
13. प्रातःकाल के समय एक कंडे पर थोड़ी अग्नि जलाकर उस पर थोड़ी गुग्गल रखें और ‘ॐ नारायणाय नमन’ मंत्र का उच्चारण करते हुए तीन बार घी की कुछ बूँदें डालें।अब गुग्गल से जो धूम्र उत्पन्न हो, उसे अपने घर के प्रत्येक कमरे में जाने दें। इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा ख़त्म होगी और वास्तुदोषों का नाश होगा।

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