पुलवामा आतंकी हमला: NIA ने दायर की 13,500 पन्नों की चार्जशीट, मसूद अजहर सहित 19 नामजद

फरवरी 2019 में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले से संबंधित मामले में नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) ने आरोप पत्र दायर कर दिया है। NIA ने 13,500 पन्नों की चार्जशीट दायर की है, जिसमें एनआईए ने जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर और उसके संबंधियों अम्मार अल्वी व अब्दुल रऊफ समेत 19 लोगों को नामजद किया। भारत और पाकिस्तान को युद्ध के कगार पर पहुंचाने वाले हमले में 40 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवान शहीद हुए थे।
मसूद अजहर को छोड़कर चार्जशीट में जिन लोगों के नाम हैं, उनमें से सात आतंकवादी मारे जा चुके हैं, सात गिरफ्तार किए गए और 4 भगौड़े हैं। NIA ने कहा कि लगभग ब्लाइंड टेरर केस को 18 महीनों में सॉल्व किया गया है। जांच में पता चला कि जैश-ए-मोहम्मद के द्वारा यह साजिश पाकिस्तान में रची गई थी। 
13500 पन्नों की चार्जशीट डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल सोनिया नारंग और पुलिस अधीक्षक राकेश बलवाल की एक टीम द्वारा जांच के बाद पूरी की गई है। इसे जम्मू में एक विशेष एनआईए अदालत के सामने दायर किया गया। अधिकारियों ने कहा कि चार्जशीट में हमले में पाकिस्तान की भूमिका पर अकाट्य सबूत - तकनीकी, सामग्री और परिस्थितिजन्य साक्ष्य हैं। 
एजेंसी के अनुसार, जम्मू और कश्मीर के हाजीबल, काकापोरा के निवासी कुचेय ने पुलवामा हमले में शामिल जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के आतंकवादियों को अपने घर में शरण दी और हमला को अंजाम देने में मदद पहुंचाया। मुख्य अपराधी उनसके घर में रुका था और कुचे ने उन्हें अन्य लोगों से भी मिलवाया, जिन्होंने उनके रहने और हमले की योजना बनाने में मदद की।
उसने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों को मोबाइल फोन भी मुहैया कराए, जिससे हमले को अंजाम देने में मदद मिली। उपलब्ध कराए गए मोबाइलों में से एक आतंकवादी आदिल अहमद डार की वीडियो क्लिप रिकॉर्ड करने के लिए भी इस्तेमाल किया गया था, जो हमले के बाद वायरल हो गया।

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