आबकारी अफसरों की काला बाजारी आई सामने, पैसा खाकर करते थे ऐसा काम

पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने बड़ी कार्यवाही करते हुए आबकारी एवं कराधान महकमें के 12 उच्च अफसरों और चार व्यापारियों के विरूध्द  मोहाली में 2 ​केस दर्ज किए. पंजाब विजिलेंस ब्यूरो के मुख्य डायरेक्टर-कम-एडीजीपी बीके उप्पल ने कहा कि राज्य के आबकारी एवं कराधान महकमें के कुछ अफसर व्यापारियों के साथ मिलीभगत और कर चोरी में उनकी सहायता कर रहे थे. इस प्रकार वे व्यापारियों के साथ मिलकर सरकारी धन को चूना लगा रहे थे. वे उनके ट्रक बिना चेंकिंग बॉर्डर पार करवाने में भी सहायता करते थे. 

उन्होंने कहा कि एक मुकदमे में आबकारी एवं कराधान महकमें के डीईटीसी सिमरन बराड़, सत्तपाल मुल्तानी ईटीओ फरीदकोट, कालीचरन ईटीओ मोबाइल विंग शंभू, वेद प्रकाश जाखड़ ईटीओ फाजिल्का,  वरुण नागपाल ईटीओ मुक्तसर, रवीनंदन ईटीओ फाजिल्का, प्यारा सिंह ईटीओ मोगा और विजय कुमार पराशर निवासी आदर्श कालोनी खन्ना जिला लुधियाना सम्मिलित हैं. 

बीके उप्पल ने कहा कि विजिलेंस को जानकारी मिली थी कि साधू ट्रांसपोर्ट का मालिक सोमनाथ महकमें के अफसरों और कर्मचारियों के साथ मिलकर कर चोरी करता है. पड़ताल में सामने आया कि पंजाब और इसके बाहर जाली बिलों से सामान ले जाने व लाने, उन गाड़ियों की चेकिंग न करने की एवज में लाखों रुपये की रिश्वत दी जा रही है. इस काम में सोमनाथ का मुंशी शिव कुमार और पवन कुमार शामिल हैं. पवन कुमार कुछ ईटीओ के साथ बतौर ड्राइवर भी काम कर चुका है.उप्पल ने बताया कि सोमनाथ अमृतसर, लुधियाना, जालंधर, पटियाला और शंभू में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों को हर माह लाखों रुपये रिश्वत देता था. गाड़ी में कई बार महंगी विदेशी सिगरेट ले जाई जाती थीं, किन्तु बिल कॉस्मेटिक के दिखाए जाते थे. ट्रकों को बॉर्डर पार करवाते वक्त यह मोबाइल के माध्यम से एक-दूसरे के कांटेक्ट में रहते थे. 

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