मध्य प्रदेश में बाढ़ प्रभावित 9300 से अधिक लोगों राहत शिविरों में ठहराया

भोपालः मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि राज्य के बाढ़ से प्रभावित 9300 से अधिक लोगों को 170 से अधिक राहत शिविरों में ठहराया गया है और उनके खान पान की व्यवस्था भी की गई है। शिवराज चौहान ने यहां अपने निवास पर पत्रकारों से चर्चा में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पिछले तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश का क्रम आज राज्य दक्षिण और पूर्वी हिस्से में थम गया है, जिससे इन इलाकों में थोड़ी राहत है, लेकिन बारिश वाला यह सिस्टम राज्य के पश्चिमी हिस्से में पहुंच गया है, इसलिए अब इंदौर और उज्जैन संभागों में प्रशासन को और अधिक सतर्क रहने के लिए कहा गया है। 

मुख्यमंत्री ने बताया कि अभी तक बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित होशंगाबाद, सीहोर, रायसेन और आसपास के जिले हैं। इन सभी जिलों में से लगभग 8000 लोगों को सुरक्षित निकाल कर राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में बाढ़ के कारण एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुयी है। हालाकि जिन आठ लोगों की मौत की सूचनाएं आयीं हैं, वे कच्चे मकान इत्यादि के गिरने के कारण हुई हैं। इनमें मुख्य रुप से कटनी जिले की घटना है, जहां कच्चा मकान गिरने से चार लोगों की मौत हो गई।

उन्होंने बताया कि होशंगाबाद जिले में नर्मदा नदी का खतरे का निशान 964 फीट है, लेकिन कल वहां जलस्तर 982 फीट तक पहुंच गया था। होशंगाबाद जिले में चौबीस घंटे में 13 इंच बारिश हुई है। लेकिन अब आज बारिश का क्रम कम होने से राहत कार्य में भी सुविधा हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता लोगों की जान बचाना रही है और राहत और बचाव कार्य पूरा होने के बाद नुकसान इत्यादि का सर्वेक्षण किया जाएगा। सरकार प्रभावितों का पूरी ताकत के साथ पुनर्वास करेगी। पत्रकार वार्ता के तत्काल बाद शिवराज चौहान बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के हवाई सर्वेक्षण के लिए निकल गए। 

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