News: कोरोना काल में काॅलेज खुलने के आसार नहीं दिख रहे। एमडीयू ने पढ़ाई का नुकसान बचाने के लिए डिजिटल लर्निंग पर फोकस बढ़ा दिया है। वर्ष 2017 में बनी डिजिटल लर्निंग मॉनिटरिंग सेल को बदलकर डिजिटल लर्निंग सेंटर में तब्दील कर दिया गया है। अब बनारस हिंदू विवि और साइबर सिटी गुरुग्राम की तर्ज पर डिजिटल लांज बनाने की तैयारी है।
नई बिल्डिंग का प्रपोजल तैयार किया जा रहा है, ताकि आने वाले सत्र में एमडीयू में स्टूडेंट्स डिजिटल लांज के जरिए लेक्चर वीडियो, ई-क्लास, ई-कंटेट, रिसोर्स, डाक्यूमेंट्स, पीडीएफ व पीपीटी की फाइल को अपलोड व डाउनलोड करने की पूरी सहूलियतों का फायदा उठा सकें। अभी एमडीयू में विद्यार्थियों की 3 घंटे की ऑनलाइन क्लास गूगल मीट पर चल रही है। इसमें 15-15 मिनट के ब्रेक में 45-45 मिनट के लेक्चर दिए जा रहे हैं। एमडीयू का ई-कंटेंट बढ़ाने पर जोर है। आईएलएमएस गुजरात का 337 कोर्स का ई-कंटेंट पढ़ सकेंगे। एमडीयू में सैंपल सर्वे के तहत पढ़ाई कर रहे फिलहाल 70 से 80 फीसदी स्टूडेंट्स के पास डिजिटल लर्निंग के लिए स्मार्टफोन व लैपटाप की सुविधा है।
एमडीयू ने लाइव क्लासरूम के लिए खरीदे 90 वेबकैम
एमडीयू ने अलग से डाटा सेंटर तैयार किया है। ये कोर्स वाइज ई-कंटेट उपलब्ध कराता है। ज्यादा बड़ा डाटा बैंक होने की वजह से अलग से सर्वर से जोड़ा है। एक वेब पोर्टल बनाया गया है। लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम यानि एलएमएस के नाम से वेब पोर्टल पर सभी पाठ्यक्रमों की सामग्री को डाला गया है। अभी कंटेंट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हरेक क्लासरूम से ऑनलाइन लाइव क्लास देने के लिए 90 वेबकैम खरीदे गए हैं। ये इंटीग्रेटेड एचडी वेबकैम हैं, जिसमें कैमरा के साथ माइक्रोफोन भी यूज कर सकते हैं।
एमडीयू ने अलग से डाटा सेंटर तैयार किया है। ये कोर्स वाइज ई-कंटेट उपलब्ध कराता है। ज्यादा बड़ा डाटा बैंक होने की वजह से अलग से सर्वर से जोड़ा है। एक वेब पोर्टल बनाया गया है। लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम यानि एलएमएस के नाम से वेब पोर्टल पर सभी पाठ्यक्रमों की सामग्री को डाला गया है। अभी कंटेंट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हरेक क्लासरूम से ऑनलाइन लाइव क्लास देने के लिए 90 वेबकैम खरीदे गए हैं। ये इंटीग्रेटेड एचडी वेबकैम हैं, जिसमें कैमरा के साथ माइक्रोफोन भी यूज कर सकते हैं।
एसओपी: स्टूडेंट्स के लिए
जीमेल अकाउंट होना जरूरी है।
लैपटॉप, डेस्कटॉप, स्मार्टफोन या टेबलेट विद कैमरा, माइक्रोफोन व हेडफोन हो।
इंटरनेट कनेक्टिविटी हो।
गूगल क्लास रूम व गूगल मीट का संचालन कर सकें।
गूगल मीट पर क्लास शुरू होने से 5-10 मिनट पहले लॉग-इन करें
सवाल पूछने के लिए वर्चुअल हाथ खड़ा करें।
सत्र के दौरान म्यूट मोड पर रहे, जरूरत पड़ने पर ही अन-म्यूट कर बोलें।
विद्यार्थी लाइव क्लासरूम में प्रेजेंट यूअरसेल्फ विकल्प कभी न चुनें।
विभागाध्यक्ष व टीचर
जीमेल अकाउंट होना जरूरी है।
लैपटॉप, डेस्कटॉप, स्मार्टफोन या टेबलेट विद कैमरा, माइक्रोफोन व हेडफोन हो।
इंटरनेट कनेक्टिविटी हो।
गूगल क्लास रूम व गूगल मीट का संचालन कर सकें।
गूगल मीट पर क्लास शुरू होने से 5-10 मिनट पहले लॉग-इन करें
सवाल पूछने के लिए वर्चुअल हाथ खड़ा करें।
सत्र के दौरान म्यूट मोड पर रहे, जरूरत पड़ने पर ही अन-म्यूट कर बोलें।
विद्यार्थी लाइव क्लासरूम में प्रेजेंट यूअरसेल्फ विकल्प कभी न चुनें।
विभागाध्यक्ष व टीचर