रिश्तों में अपेक्षाएं करती हैं इन्हें कमजोर





शायद ही ऐसा कोई इंसान होगा जिसे किसी न किसी से से कोई न कोई अपेक्षा न हो। हर व्यक्ति अपने परिवार से , अपने बच्चों से, अपने दोस्तों से, अपने रिश्तेदारों से कोई न कोई उम्मीद तो रखता ही है और इसमें कोई बुराई भी नहीं है क्योंकि कहा जाता है उम्मीद पर ही दुनिया कायम है। पर रिश्तों में एक दूसरे से होने वाली ज्यादा अपेक्षाएं अक्सर परेशानी का कारण बन जाती हैं। जब कोई हमारी अपेक्षाओं को पूरा करता है यानि हम जैसा चाहते हैं वैसा करता है तो हमें ख़ुशी होती है और यदि सामने वाला हमारी अपेक्षाओं को पूरा नहीं करता है तो हमें दुःख होता है जो हमें अंदर से तोड़ देता है। दूसरों से यह अपेक्षा मत रखो की वो हमारी हर बात से सहमत हों या आपके अनुसार कार्य करें। ज्यादा अपेक्षाएं रिश्तों को कमजोर करतीं हैं।

पार्टनर को समझने की कोशिश करें

रिलेशनशिप में सच्चाई को हमेशा स्वीकारें कि आपका पार्टनर भी एक इंसान है उससे भी कई बार गलतियां हो सकती है। आपकी ही तरह वो भी कुछ चीजें भूल सकता है और कई चीजों में गलतियां भी कर सकता है। कोई भी इंसान किसी दूसरे इंसान की तरह नहीं हो सकता ये आपको पता होना चाहिए। इसलिए अगर आपका पार्टनर आपकी उम्मीद पूरी नहीं करता तो आप उससे हमेशा लड़ाई-झगड़ा न करें।

निस्वार्थ भाव से रिश्ते संभालिए


दो लोगों के बीच में ऊर्जा का आदान-प्रदान ही रिश्ता है। दूसरों से रिश्ता बनाए रखने के लिए हम अच्छा बोलते हैं, अच्छा व्यवहार करते हैं परंतु कई बार हम अपने मन में सामने वाले व्यक्ति के बारे में अच्छे विचार नहीं रखते हैं, दिखावा करते हैं। पहले लोगों के मन में कोई छल-कपट नहीं हुआ करता था इसलिए उनके सबके साथ रिश्ते अच्छे हुआ करते थे। सही और गलत को लेकर हमारे समाज ने बहुत सारी धारणाएं बना ली हैं, परंतु सही-गलत कुछ नहीं होता है। कुछ चीजें हमारे लिए सही होती हैं तो कुछ चीजें सामने वाले के दृष्टिकोण से सही होती हैं। इसलिए सही और गलत के चक्कर में फंसकर अपने रिश्तों को ख़राब मत कीजिए, बल्कि निस्वार्थ भाव से इन्हें संभालिए।

क्यों ना रखें अपेक्षाएं

जब आपकी उम्मीदें नहीं पूरी होती तो आपको उस समय काफी गुस्सा आता होगा और आपका मूड खराब हो जाता होगा। कई बार ये इससे रिश्तों में कड़वाहट भी आने लगती है। जिसके बाद आप ही रिश्तों को खत्म करने की पेशकश करते होंगे। इसलिए आपको हमेशा ये सीखना चाहिए कि आपको रिलेशनशिप में पार्टनर से कम उम्मीदें रखनी चाहिए। अगर आप अपने रिलेशनशिप में उम्मीदों या अपेक्षाओं से दूरी बना लेंगे तो इससे आप अपने पार्टनर के साथ ज्यादा खुश रह सकेंगे। लेकिन अगर आप आए दिन नई उम्मीदें करते हैं तो ऐसे में आपको ही दुख होगा जिससे आपका रिलेशनशिप काफी हद तक खराब हो सकता है और आपको आपके पार्टनर से दूर होने पर मजबूर कर सकता है।

आत्मनिर्भर बनें
रिलेशनशिप में हमेशा आपको अपने आप पर निर्भर रहने की जरूरत होती है। आत्मनिर्भर रहने के लिए आपको रिलेशनशिप में पार्टनर से कुछ दूरी बनाकर रखनी चाहिए। जिससे की आपको उतनी ही उम्मीद हो जितनी आपका पार्टनर पूरी कर सके। जब आप आत्मनिर्भर रहते हैं तो आपकी उम्मीदें उतनी ही कम रहती है अपने पार्टनर से।

अपेक्षाएं हैं, तो उन्हें साझा करें

ध्यान रहे आपका पार्टनर कभी भी आपका दिमाग नहीं पढ़ सकता और उसे ये नहीं पता कि आप उससे क्या उम्मीद कर रहे हैं। इसकी बजाए आप उनसे बात करना शुरू करें और उन्हें बताएं कि आप उनसे किस चीज की उम्मीद कर रहे हैं। जिससे कि आपका पार्टनर आपकी भावनाओं की इज्जत करते हुए आपको समझने की कोशिश करे।






































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