नई दिल्ली सूचना और प्रसारण मंत्रालय से हटाई गईं स्मृति ईरानी हाल में कई विवादों को लेकर सुर्खियों में थी। इन्हीं विवादों के चलते उन्हें इस अहम मंत्रालय से हटाया गया।
इसके अलावा पत्रकारों के फेक न्यूज (झूठी खबरों) के फैलाने पर लगाम लगाने के लिए सजा का प्रावधान करने के मामले में भी उनकी कड़ी आलोचना हुई। इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हस्तक्षेप करना पड़ा और इस फैसले संबंधी सूचना को वापस लेना पड़ा।
इसके अलावा नया विवाद राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह को लेकर था। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए केवल एक घंटा देने का नियम बनाया है लेकिन ईरानी ने इस दौरान 130 पुरस्कारों में से केवल 11 राष्ट्रपति के हाथों दिलाने और शेष खुद देने का फैसला किया।
इस वजह से 60 गणमान्य हस्तियों ने पुरस्कार लेने से ही इनकार कर दिया था। इस विवाद पर राष्ट्रपति भवन ने नाराजगी जताई थी। सूचना प्रसारण मंत्री रहते भी उनके कई फैसलों की आलोचना हुई थी और विवादों के चलते उन्हें पद से हटाया गया था।