भारतीय था 2016 में जेद्दा में विस्फोट करने वाला फिदायीन, DNA टेस्ट से हुई पुष्ट‍ि

नई दिल्ली सऊदी अरब ने DNA टेस्ट से इस बात की पुष्ट‍ि की है कि दो साल पहले जेद्दा में अमेरिकी कॉन्सुलेट के आगे बम विस्फोट कर खुद को उड़ा लेने वाला फिदायीन हमलावर भारतीय था. इस फिदायीन का नाम फयाज कागजी था और यह कथित रूप से लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ था.

इंडियन एक्सप्रेस ने भारत में कुछ वरिष्ठ सुरक्षा सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है. एक अधिकारी ने अखबार को बताया, 'सऊदी प्रशासन के अधिकारियों ने इस बात को पुष्ट किया है कि पिछले साल हमने कागजी के डीएनए के जो नमूने भेजे थे उसका सऊदी के हमलावर से मिलान हो गया है.'

गौरतलब है कि सऊदी अरब के शहर जेद्दा में 4 जुलाई, 2016 को अमेरिकी कॉन्सुलेट के सामने हुए एक बम विस्फोट में दो सुरक्षा अधिकारी घायल हुए थे. यह उस दिन इस देश में हुए सिलसिलेवार तीन धमाकों में से पहला धमाका था. इसके अलावा कातिफ की एक शिया मस्जिद और मदीना में मस्जिद-ए-नबवी के बाहर भी हमला हुआ था.

नेशनल इनवेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) ने एनआईए की दिल्ली स्थित एक स्पेशल कोर्ट को बताया कि कागजी की मौत हो चुकी है. कागजी भारत में भी एक आतंकवाद से जुड़े मामले में वांछित था. जांच एजेंसियों का मानना है कि महाराष्ट्र के बीड का निवासी कागजी पुणे में साल 2010 में हुए जर्मन बेकरी और 2012 में हुए जेएम रोड विस्फोट का 'मास्टरमाइंड' और 'फाइनेंसर' था.

सूत्रों के अनुसार, कागजी 2006 के औरंगाबाद आर्म्स केस में भी 'वांछि‍त आरोपी' था, जिसमें जैबुद्दीन अंसारी ऊर्फ अबू जंदाल पर मुकदमा चल रहा है. अबू जंदाल कथित रूप से मुंबई हमले का हैंडलर था. कागजी का नाम इंटरपोल की वांछित सूची में भी है. ऐसा माना जाता है कि कागजी ने अजमल कसाब सहित मुंबई पर हमला करने वाले दस आतंकियों को हिंदी सिखाई थी.

जेद्दा के फिदायीन हमलावर का जब फोटो जारी किया गया तो महाराष्ट्र के एटीएस और एनआइए को लगा कि यह तो कागजी से मिलता-जुलता है. उसके बाद पिछले साल अगस्त में कागजी का डीएनए प्रोफाइल सऊदी भेजा गया था. 

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