बाढ़ से कई राज्यों में हालत खराब, असम में मरने वालों की संख्या 45

देश में बारिश का दौर अभी भी जारी है. नगालैंड में इसकी वजह से व्यापक भूस्खलन हुआ है. भूस्खलन की वजह से जम्मू-कश्मीर में प्रमुख राजमार्ग अवरुद्ध हो गया है. वहीं, असम मेंसैलाब के कारण पांच और लोगों की मौत हुई है. गुरुवार तक मरने वालों की संख्या 45 हो गई. मौसम विभाग ने देश के कई हिस्सों में अगले चार दिनों के अंदर भारी बारिश की चेतावनी दी है.

उत्तर प्रदेश में भारी बारिश हुई जिसने कई प्रमुख नदियों को उफान पर ला दिया है जो पहले से ही खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं.

हिमाचल प्रदेश में लगातार होती बारिश ने प्रमुख नदियों को उफान पर ला दिया और इस कारण भूस्खलन भी हुआ जिसने कई प्रमुख सड़कों को अवरुद्ध कर दिया.

मौसम विभाग के अधिकारियों ने मध्य प्रदेश, गुजरात, पूर्वी राजस्थान, पश्चिम बंगाल के गंगा के क्षेत्र, ओडिशा, गोवा और तटीय कर्नाटक में भारी बारिश की संभावना जताई है.
असम राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण (एएसडीएमए) की रिपोर्ट के मुताबिक, गोलाघाट, लखीमपुर, नगांव और दक्षिण सलमरा जिलों में बाढ़ संबंधित घटनाओं में पांच और लोगों की मौत हो हुई है.

एएसडीएमए ने कहा कि इस साल सैलाब में मरने वालों की संख्या बढ़कर 49 हो गई है जिसमें गुवाहाटी के आठ लोग भी शामिल हैं. बीएसएफ के अधिकारियों ने कहा कि असम के धुबरी जिले में बल की चौकी जलमग्न होने के कारण एक जवान के डूबने की आशंका है.
बाढ़ में, राज्य के 35 जिलों में से 26 के 17.43 लाख लोग फंस गए हैं. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान का 77 फीसदी इलाका पानी में डूब गया है. जिस वजह से कुछ जानवरों की मौत हो गई और कुछ पास के ऊंचे इलाकों में चले गए हैं. प्रशासन 19 जिलों में 382 राहत शिविर और वितरण केंद्र चला रहा है जहां 28,937 लोगों ने आश्रय लिया हुआ है.

किरण रिजीजू ने किया इलाकों का सर्वेक्षणकेंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने बाढ़ प्रभावित असम और अरुणाचल प्रदेश का दौरा किया जहां मूसलाधार बारिश से 15 लाख से अधिक लोग निर्जन स्थानों पर फंसे हुए हैं और मरने वालों संख्या 45 हो गई है. सर्वेक्षण से पहले उन्होंने असम के लखीमपुर में जिला प्रशासन के अधिकारियों से मुलाकात की और बाढ़ प्रभावित पसनोई बावलीदान गांव का दौरा किया.

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