विश्व जनसंख्या दिवस: आबादी बढ़ाने में सबसे आगे हैं ये 15 जिले

दुनिया में बढ़ती आबादी आज बड़ी समस्या है. मध्य प्रदेश के लिहाज से देखा जाए तो देश पर आबादी का बोझ बढ़ाने में यह राज्य भी पीछे नहीं है. देश के टॉप 100 जनसंख्या बढ़ाने वाले जिलों में मध्य प्रदेश के 15 जिले शामिल हैं.

हर 10 साल में होने वाली जनगणना को देखें तो साल 2011 में मध्य प्रदेश की आबादी 7.27 करोड़ थी, जो कि 2001 में 6.03 करोड थी. 2011 की जनगणना के मुताबिक पुरुषों की संख्या 3.7 करोड़ जबकि महिलाएं 3.5 करोड़ हैं.

2011 की रिपोर्ट के मुताबिक, जनसंख्या बढ़ाने में प्रदेश में सबसे अव्वल नंबर पर पन्ना का नाम आता है. प्रदेश में पन्ना अव्वल जबकि पूरे देश में 18 नंबर का ऐसा जिला है जहां सबसे ज्यादा बच्चे पैदा होते हैं.

इस फेहरिस्त में शिवपुरी (22), बड़वानी (26), विदिशा (27) नंबर पर है. जिसके बाद छतरपुर, सतना, दमोह, सीहोर, डिंडौरी, गुना, रायसेन, रीवा, सीधी, उमरिया और सागर का नंबर आता है. ग्रोथ के लिहाज़ा से मध्य प्रदेश में सालाना 20 फीसदी के हिसाब से जनसंख्या बढ़ रही है.

-सात राज्यों के 146 जिलों की आबादी तेजी से बढ़ रही है.
-यह जिले उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और असम से है.
-जहां प्रति महिला जन्में बच्चों की औसत संख्या (टीएफआर) तीन या उससे ज्यादा है.
-देश में तेजी से बढ़ती आबादी पर अंकुश लगाने के मकसद सरकार देश के सात प्रदेशों में 146 जिलों में नई पहल करने जा रही है.
-सरकार यहां परिवार नियोजन सेवाओं को उन्नत बनाने के लिए 'मिशन परिवार विकास' कार्यक्रम शुरू करने जा रही है

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने