सीएम शिवराज के उपवास के बाद सात किसानों ने की खुदकुशी

मध्यप्रदेश में किसानों की खुदकुशी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के उपवास के बाद राज्य में सात किसान खुदकुशी कर चुके हैं. अधिकांश मामलों में कर्ज के बोझ को किसानों की खुदकुशी की वजह बताया जा रहा है.

ताजा मामला राज्य के होशंगाबाद जिले का है. जहां बाबई के चपलासर गांव में किसान नर्मदा प्रसाद ने सूदखोरों से परेशान होकर जहरीला पदार्थ खा लिया. नर्मदा प्रसाद को बेहोशी की हालत में भाई ने अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान किसान ने दम तोड़ दिया.

परिजनों ने बताया कि नर्मदा प्रसाद ने हाल ही में 45 हजार रुपए में मूंग बेची थी. फसल बेचने से मिले रुपए कथित तौर पर सूदखोरों ने छीन लिए, जिसकी वजह से नर्मदा प्रसाद काफी परेशान थे. स्थानीय पुलिस की जांच में सूदखोरों से परेशानी का जिक्र आया है. हालांकि, पुलिस का कहना है कि आत्महत्या की वजह जानने के लिए पूरे मामले की विस्तृत जांच की जा रही है.

राज्य में एक जून से किसानों ने आंदोलन शुरू किया था. आंदोलन के दौरान पुलिस फायरिंग में छह लोग मारे गए थे, जिसके बाद हिंसा को रोकने के लिए मुख्यमंत्री चौहान ने दो दिनी उपवास किया था. शिवराज के उपवास खत्म होने के बाद राज्य में अब तक सात किसान खुदकुशी कर चुके हैं.

1. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पैतृक जिले सीहोर की रेहटी तहसील के जाजना गांव में 52 साल के दुलीचंद ने कथित तौर पर जहर खाकर जान दे दी. परिजनों के मुताबिक, दुलीचंद कर्ज की वजह से परेशान थे.
2. होशंगाबाद जिले की सिवनी मालवा तहसील के भैरूपुर गांव में 68 साल के माखनलाल ने कर्ज से परेशान होकर फांसी लगाकर जान दे दी.
3. विदिशा के हरिसिंह जाटव ने कथित तौर पर कर्ज की परेशानी और पटवारी के जमीन सीमांकन में किए फर्जीवाड़े से आहत होकर जहर खाकर जान दे दी.
4. राज्य में बुधवार को दो किसानों ने खुदकुशी कर ली. बालाघाट जिले में किसान रमेश बसेने ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली. परिजनों ने बताया कि, रमेश बसेने पर करीब दो लाख रुपए का कर्ज था. रमेश ने स्थानीय सहकारी सोसायटी से यह कर्ज लिया था.
5. वहीं, बड़वानी जिले के सेंधवा ग्रामीण थाना क्षेत्र के ग्राम पिसनावल में भी किसान जुमला ने कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली. मृतक किसान की पत्नी ने कहा है कि वह कर्ज की वजह से परेशान था.
6. शिवपुरी जिले के इंदार थाना अंतर्गत ग्राम बिनेका में रहने वाले एक किसान का शव बुधवार को उसके ही खेत के पास नीम के पेड़ पर फांसी के फंदे पर लटका मिला. मृतक के बेटे ने बताया कि पिता के पास पौने तीन बीघा जमीन थी, जिसमें तीन बार फसल बर्बाद हुई. अब बोबनी के लिए कोई व्यवस्था नहीं होने की वजह से वे परेशान थे.
7. अब राजधानी से सटे होशंगाबाद जिले में किसान नर्मदा प्रसाद ने सूदखोरों से परेशान होकर जान दे दी.

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