जेल में सिमी आंतकियों को मिलेंगे 'करंट' के झटके, उत्पात मचाने पर खैर नहीं!

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की सेंट्रल जेल में बंद सिमी कैदियों से निपटने के लिए अब जेल विभाग इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का सहारा लेने जा रहा है. जेल में उत्पाद मचाने पर कैदियों को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से करंट के झटके दिए जाएंगे.

सेंट्रल जेल में दो दिन पहले इंदौर से सिमी आतंकी सफदर नागौरी समेत दस कैदियों को शिफ्ट किया गया था. जेल में पहले से कुख्यात सिमी आतंकी अबु फैजल बंद है. सेंट्रल जेल में सिमी के कुख्यात कैदियों की संख्या 32 हो गई है. ऐसे में जेल विभाग ने जेल अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था पहले से ज्यादा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं.

जेल प्रबंधन कोर्ट और मानव अधिकार में की जा रही शिकायतों के मद्देनजर सिमी आतंकियों के उत्पात मचाने का पूरा रिकॉर्ड रख रहा है.

जेल विभाग ने सिमी आतंकियों की सुरक्षा को लेकर नया एक्शन प्लान तैयार किया है. एक्शन प्लान के तहत आंतकियों के उत्पात मचाने, जेल मैन्युअल और अनुशासन को तोड़ने और समझाइश के बाद भी नहीं मानने जैसी परिस्थितियों में काबू करने के लिए इलेक्ट्रिक डिवाइस का इस्तेमाल किया जाएगा. कैदियों को काबू करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से करंट लगाया जाएगा.
जेल अधीक्षक दिनेश नरगावे ने बताया कि विभाग प्रारंभिक तौर पर ऐसे डिवाइस खरीदने जा रहा है. साथ ही जेल ब्रेक की घटना से निपटने के लिए जेल की दीवारों पर इलेक्ट्रॉनिक फेंसिंग की प्लानिंग भी की जा रही है.

जेल के अधिकारी सफदर नागौरी समेत दस आतंकियों की अबु फैजल समेत दूसरे सिमी कैदियों से मुलाकात न हो, इसका भी विशेष ध्यान रख रहे हैं. अब तक जेल में बंद सिमी आतंकियों लिए पहले से ही करीब 45 जवान तैनात थे.  सिमी कैदियों के बैरगों में सीसीटीवी कैमरों से निगरानी के साथ कैदियों की संख्या बढ़ने की वजह से बैरकों के बाहर दो दर्जन से ज्यादा अतिरिक्त एसएएफ के जवानों भी तैनात किए गए हैं.

सफदर नागौरी और दूसरे सिमी आतंकियों पर 24 घंटे नजर रखने के लिए नए सीसीटीवी कैमरे खरीदने का प्रस्ताव भी तैयार किया गया है. वर्तमान में जेल में 86 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. वहीं 250 प्रहरी पूरी जेल की सुरक्षा में तैनात किए गए हैं. सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर 20 जेल स्टाफ, वॉकी-टॉकी का प्रस्ताव भी तैयार किया गया है.

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