117 दिन में सिमट गई मोहब्बत की कहानी, दहेज के दानव ने ली नवविवाहिता की जान

 



जबलपुर। पनागर के रैपुरा गांव में एक प्रेम विवाह ने महज़ 117 दिनों में ही त्रासदी का रूप ले लिया। प्रेम प्रसंग के बाद परिजनों की सहमति से हुए इस विवाह ने चार माह में ही नवविवाहिता महिमा पटेल की जिंदगी निगल ली। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।


पनागर थाना प्रभारी विपिन ताम्रकार ने बताया कि रैपुरा निवासी अंकित कुशवाहा और महिमा पटेल के बीच लंबे समय से प्रेम संबंध थे। परिवारों की सहमति से दोनों का विवाह 13 मई को संपन्न हुआ। लेकिन शादी के कुछ ही दिनों बाद महिमा पर दहेज की मांग को लेकर प्रताड़ना का सिलसिला शुरू हो गया।


शनिवार दोपहर करीब तीन बजे ससुराल पक्ष ने महिमा के भाई को फोन कर बताया कि उसकी तबीयत बिगड़ गई है और उसे मेडिकल कॉलेज लाया गया है। जब मायका पक्ष वहां पहुंचा, तो महिमा मृत पाई गई।


महिमा की चाची किरण कुशवाहा ने आरोप लगाया कि महिमा के शरीर पर कई चोटों के निशान थे। नाक और होंठ पर चोट दिखाई दे रही थी और पूरा शरीर नीला पड़ा हुआ था। परिजनों का कहना है कि विवाह के दौरान ही ससुराल पक्ष ने लगुन लौटा दी थी और मौके पर ही पचास हजार रुपये की मांग कर दी थी।


थाना प्रभारी विपिन ताम्रकार ने बताया कि परिजनों की शिकायत के आधार पर मर्ग कायम कर लिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच के बाद ही मौत के असली कारण स्पष्ट होंगे। फिलहाल पुलिस मामले की बारीकी से जांच कर रही है।

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