नगर निगम की लापरवाही से उजागर हुआ मामला, पुलिस जांच शुरू
सागर। नगर निगम सागर में एक सनसनीखेज फर्जीवाड़ा सामने आया है, जहां एक महिला ने अपने जीवित पति को मृत घोषित कर उसका मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया। मामले के उजागर होने के बाद नगर निगम ने तत्काल प्रमाण पत्र को निरस्त कर दिया है। निगमायुक्त राजकुमार खत्री ने दोषी महिला के खिलाफ पुलिस में FIR दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस ने मामले की जांच प्रारंभ कर दी है।
पति को बताया मृत, प्रमाण पत्र भी जारी
नगर निगम के स्वच्छता अधिकारी एवं पंजीयक जन्म-मृत्यु शाखा राजेश सिंह राजपूत ने जानकारी दी कि 5 दिसंबर 2023 को दीपा चढ़ार नामक महिला ने आवेदन दिया था। उसने अपने पति कपिल कुमार चढ़ार की मृत्यु 13 नवंबर 2023 को होना बताया था। आवेदन के साथ आधार और समग्र आईडी संलग्न किए गए थे। दस्तावेजों के आधार पर नगर निगम ने 7 दिसंबर को मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया।
बहन की शिकायत से हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा
इस फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब कपिल कुमार चढ़ार की बहन जो संयोग से शिकायतकर्ता का नाम भी दीपा चढ़ार ही है ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उसने बताया कि उसका भाई कपिल जीवित है, जबकि उसे मृत घोषित कर दिया गया है।
निगमायुक्त राजकुमार खत्री ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जांच दल गठित किया। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि कपिल कुमार जीवित हैं, और झूठे दस्तावेजों के आधार पर मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया गया।
FIR की तैयारी, पुलिस जांच में जुटी
निगमायुक्त ने तुरंत प्रभाव से प्रमाण पत्र को निरस्त करते हुए दोषियों के विरुद्ध गोपालगंज थाने में FIR दर्ज करने का पत्र लिखा। पुलिस ने प्राथमिक जांच शुरू कर दी है और जल्द ही आपराधिक प्रकरण दर्ज किए जाने की संभावना है।