सीतापुर/अंबिकापुर।उत्तर छत्तीसगढ़ में लगातार हो रही बारिश अब जानलेवा बनती जा रही है। सरगुजा जिले के सीतापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ढोढ़ागांव के समीप उफनती मैनी नदी ने गुरुवार को एक बड़ा हादसा दर्ज किया। नदी पार करते वक्त एक ही परिवार की तीन महिलाएं और दो मासूम बच्चे तेज बहाव में बह गए। 20 घंटे बीत जाने के बाद भी उनका कोई सुराग नहीं लग पाया है। राहत और बचाव कार्य जारी है, लेकिन लगातार बारिश और नदी का बढ़ता जलस्तर रेस्क्यू टीम की राह में सबसे बड़ी बाधा बना हुआ है।
बारिश में फंसी ज़िंदगी की जद्दोजहद
जानकारी के अनुसार ढोढ़ागांव निवासी सोमारी, अंकिता और उसके दो बच्चे बिनावती (8 वर्ष) और अरसय (3 वर्ष) गुरुवार को दोपहर के समय खुखड़ी-पुटु (जंगली कंद) लेने मैनी नदी पार कर जंगल की ओर गए थे। दिनभर बारिश होती रही। शाम को जब वे लौटने लगे, तब नदी का जलस्तर पहले से कहीं अधिक बढ़ चुका था। अनुमानतः चारों ने नदी पार करने की कोशिश की, लेकिन तेज बहाव में बह गए।
चश्मदीदों ने दी सूचना, प्रशासन सक्रिय
जब देर शाम तक सभी घर नहीं लौटे, तो परिवार और गांव वालों को चिंता हुई। कुछ ग्रामीणों ने उन्हें खेत की ओर से नदी पार करते हुए देखा था। इसकी सूचना तत्काल केरजू चौकी को दी गई। प्रभारी राजेश्वर सिंह मौके पर पहुंचे। जिला प्रशासन ने तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। अंबिकापुर से एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है, जबकि तहसीलदार और राजस्व विभाग की टीम मौके पर डटी हुई है।
प्राकृतिक बाधाएं बना रही रेस्क्यू को चुनौतीपूर्ण
इलाके में अब भी रुक-रुक कर बारिश जारी है और नदी का जलस्तर लगातार ऊंचा बना हुआ है। यही वजह है कि गोताखोरों और बचाव दल को गहरी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। नदी का बहाव तेज है और चारों के बह जाने की आशंका वाले स्थानों में कीचड़ और गाद भर चुकी है, जिससे तलाश बेहद चुनौतीपूर्ण हो गई है।
प्रशासन ने जताई चिंता, ग्रामीणों से की अपील
सीतापुर तहसीलदार ने बताया कि चारों के बहने की सूचना के बाद से ही लगातार खोजबीन की जा रही है। नदी के दोनों किनारों की तलाशी ली जा रही है। ग्रामीणों से भी सतर्कता बरतने और प्रशासन को हर संभव मदद देने की अपील की गई है। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी फिर जारी की है।