रांझी में शराब दुकान के खिलाफ फिर फूटा महिलाओं का गुस्सा, आत्मदाह की चेतावनी



जबलपुर। रांझी क्षेत्र में शराब दुकान के खिलाफ एक बार फिर स्थानीय महिलाओं का आक्रोश सड़कों पर नजर आया। गांधी चौक परशुराम बस्ती में हाल ही में स्थानांतरित की गई शराब दुकान के विरोध में रविवार सुबह सैकड़ों महिलाएं सड़क पर उतर आईं। प्रदर्शनकारियों ने दुकान के बाहर जमकर नारेबाजी करते हुए तत्काल दुकान हटाने की मांग की।

इस विरोध को अब सामाजिक और राजनीतिक समर्थन भी मिलने लगा है। बजरंग दल की प्रांतीय अध्यक्ष प्रीति धंधारिया और कांग्रेस नेता सोनू दुबे ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारी महिलाओं को अपना समर्थन दिया। महिलाओं ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही शराब दुकान को वहां से नहीं हटाया गया तो वे आत्मदाह जैसा कठोर कदम उठाने के लिए विवश होंगी।

प्रदर्शन के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रण में रखने का प्रयास किया, लेकिन महिलाओं का आक्रोश लगातार बढ़ता रहा।

स्थानीय महिलाओं की पीड़ा:
प्रदर्शन में शामिल महिलाओं का कहना है कि शराब दुकान खुलने के बाद क्षेत्र की सामाजिक व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है। शाम होते ही इलाके में शराबियों की भीड़ लग जाती है, जिससे बच्चों का स्कूल जाना और महिलाओं का घर से निकलना तक मुश्किल हो गया है।

"हमारी बेटियां ट्यूशन तक नहीं जा पा रहीं। रास्ते में छेड़छाड़ और अराजकता का माहौल बन गया है। अंधेरे में असामाजिक तत्व लूटपाट जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं," – एक महिला प्रदर्शनकारी ने बताया।

नेताओं की चेतावनी:
बजरंग दल की प्रांतीय अध्यक्ष प्रीति धंधारिया ने कहा कि यदि प्रशासन ने जल्द ही कार्रवाई नहीं की, तो उग्र आंदोलन छेड़ा जाएगा। कांग्रेस नेता सोनू दुबे ने भी महिलाओं के संघर्ष को जायज बताते हुए प्रशासन से दुकान को अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग की।

पूर्व में भी हुआ था विरोध:
गौरतलब है कि पूर्व में भी इसी शराब दुकान के खिलाफ विरोध के चलते इसे दूसरी जगह स्थानांतरित किया गया था। लेकिन अब नए स्थान पर भी वही असंतोष फिर से उभर आया है, जिससे प्रशासन की नीतियों और संवेदनशीलता पर भी सवाल उठ रहे हैं।

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