ईडी का शिकंजा: जबलपुर में बिल्डर रोहित तिवारी के ठिकानों पर छापेमारी, पूर्व आरटीओ कांस्टेबल सौरभ शर्मा से जुड़े तार



जबलपुर: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को बिल्डर रोहित तिवारी के जबलपुर स्थित आवास और अन्य ठिकानों पर छापा मारा। यह कार्रवाई पूर्व आरटीओ कांस्टेबल सौरभ शर्मा के खिलाफ पहले से जारी जांच का विस्तार मानी जा रही है। सूत्रों के अनुसार, रोहित तिवारी और सौरभ शर्मा के बीच पारिवारिक संबंध हैं, और यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग और अन्य वित्तीय अनियमितताओं की पड़ताल का हिस्सा है।

सुबह-सुबह ईडी का एक्शन शुक्रवार की सुबह जबलपुर के शास्त्री नगर इलाके में हलचल मच गई जब ईडी की टीम ‘प्रेस’ लिखी गाड़ियों में पहुंची। सुरक्षा के मद्देनजर सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया। बताया जा रहा है कि ईडी के अधिकारी रोहित तिवारी के परिवार के सदस्यों से भी पूछताछ कर रहे हैं। कार्रवाई केवल जबलपुर तक सीमित नहीं रही। अधिकारियों ने ग्वालियर में सौरभ शर्मा के विनय नगर स्थित आवास पर भी छापेमारी की। यहां भी सीआरपीएफ ने इलाके को घेर लिया था।

सौरभ शर्मा और रोहित तिवारी के आर्थिक संबंध सूत्रों के मुताबिक, पूर्व आरटीओ कांस्टेबल सौरभ शर्मा ने रोहित तिवारी की कंपनी ‘ओमेगा रियलकॉन प्राइवेट लिमिटेड’ में बड़ी मात्रा में धनराशि का निवेश किया था। ईडी को संदेह है कि यह धन शर्मा के मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है। इससे पहले भी आयकर विभाग ने शर्मा के भोपाल स्थित आवास से भारी मात्रा में नकदी, सोने की ईंटें और चांदी बरामद की थी।

गहराती जांच और नए खुलासे की उम्मीद शर्मा के खिलाफ ईडी ने पहले ही मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज कर रखा है। बताया जाता है कि इस कार्रवाई में जब्त की गई संपत्तियों और नकदी का विवरण सीधे शर्मा और उनके करीबी सहयोगियों की अवैध गतिविधियों से जुड़ा हुआ है।

क्षेत्र में मचा हड़कंप इस छापेमारी के बाद स्थानीय लोगों में चर्चा का माहौल है। तिवारी और शर्मा के संबंधों को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। ईडी की टीम द्वारा मिले दस्तावेज और जानकारी के आधार पर आगे और खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।

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