बड़ी किस्मत वालों को मिलती हैं ऐसी महिलाएं, खुल जाता है पुरुषों का खराब नसीब



आचार्य चाणक्य के नीति शास्त्र में जीवन से संबंधित बहुत ही महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं. आचार्य चाणक्य ने अपने नीतिशास्त्र में निजी जीवन, नौकरी, व्यापार, रिश्तें, मित्रता, शत्रु आदि जीवन के विभिन्न पहलुओ पर अपने विचार साझा किए हैं. आचार्य चाणक्य के अनुसार स्त्रियां बहुत ही नाजुक मानी जाती हैं, उनकी संवेदनशीलता इतनी होती है कि वो हर बात पर रोने लगती हैं चाहे वह खुशी की बात हो या दुख की है. आचार्य चाणक्य का कहना है ऐसी महिलाएं किसी से कम नहीं होती हैं. चिल्लाने और रोने वाली महिलाओं का चरित्र थोड़ा अजीब होता है लेकिन जिसका भी विवाह ऐसी महिला के साथ होता है तो उसके नसीब खुल जाते हैं। आइए जानते हैं ऐसी महिलाओं में क्या गुण होते हैं.

आचार्य चाणक्य के अनुसार महिलाओं के अंदर पुरुषों की अपेक्षा सहनशीलता अधिक होती है. ऐसे में जब भी कोई स्त्री बात-बात पर रोती है तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह मनहूस है बल्कि हर व्यक्ति को ऐसी महिला की कदर करनी चाहिए, आचार्य चाणक्य के अनुसार ऐसी स्त्रियां सच्चे विचार वाली मानी जाती हैं.

चाणक्या का कहा है कि जो स्त्री बात-बात पर रोती है या चिल्लाती है ऐसी स्त्री की आपको कदर करनी चाहिए. क्योंकि ऐसी स्त्री आपको दोबारा नहीं मिलेगी. ये स्त्रियां परिवार के लिए बहुत अच्छी मानी जाती हैं. ये सच्चे विचार की होती हैं. डजो मन में होता है बोल देती हैं. किसी प्रकार की द्वेष भावना नहीं रखतीं.

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि महिलाओं के रोने और चिल्लाने से कई तरह की गंभीर बीमारियां खत्म हो जाती हैं और रोने से मन हल्का भी हो जाता है. चाणक्य के मुताबिक रोने से तनाव आदि भी खत्म हो जाता है.

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि रोने वाली महिलाएं किसी का भी दिल नहीं तोड़ती हैं. ये महिलाएं हमेशा दूसरों की भावनाओं की कद्र करती हैं, ज्यादा रोने वाली महिलाएं खुद भूखी रह जाती हैं, लेकिन दूसरों का पेट भरने में कोई भी कसर नहीं छोड़ती हैं.

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