नई दिल्लीः चैत्र नवरात्रि दो अप्रैल से शुरू हो रही है. जो 9 दिनों तक रहेगी. नवरात्रि के अवसर पर देवी दुर्गा की नौ स्वरूपों की पूजा अलग- अलग दिन की जाती है. नवरात्रि के अवसर पर देवी दुर्गा के उपासक नौ दिन का व्रत रखते हैं. लेकिन व्रत का फल उसे ही मिलता है, जो व्रत को सच्चे मन से विधि विधान से पूजा करके करते हैं. ज्योतिषशास्त्र के अनुसार आइए जानते हैं, नवरात्रि के नौ दिन में क्या-क्या सावधानियां बरतें और कैसे करें व्रत पूजा, जिससे आपको व्रत का पूर्ण फल प्राप्त हो सके.
पूजा विधि एवं शुभ मुहूर्त
नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना कर मां दुर्गा का आह्वान करते हैं. इस बार कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त दो अप्रैल को सुबह 06:10 बजे से सुबह 08:31 बजे तक तथा दोपहर 12 बजे से 12:50 बजे तक है. नौ दिनों तक देवी दुर्गा के नौ स्वरूपो की विधिपूर्वक पूजा करते हैं. नवरात्रि के दौरान दुर्गा सप्तशती का नियमित पाठ करने से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है. अगर जो व्यक्ति दुर्गा सप्तशती का पाठ करने में असमर्थ है, वो चाहे तो किसी पंडित जी मदद से भी करवा सकता है.
इन बातों का रखें ध्यान
नवरात्रि के दौरान पहले दिन जिस ज्योति को जलाएं उसे 9 वें दिन तक लगातार जलाएं रखें. इस दौरान व्रत रहने वालों अगर संभव हो तो सिर्फ एक बार ही आहार ग्रहण करें. व्रतियों को सात्विक आहार ही लेना चाहिए. अगर आप घर पर कलश स्थापना किए हैं, तो चाहिए की भोजन बनने के बाद पहले मां दुर्गा का भोग लगाएं, एक बात का विशेष ख्याल रखें की इस दौरान घर के भोजन में लहसुन, प्याज नहीं पड़ना चाहिए.
स्वच्छता का रखें विशेष ख्याल
हिन्दू धर्म में नवरात्रि के नौ दिन का बहुत ही महत्व है. इस दौरान देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना की जाती है. नवरात्रि के दौरान मां के हर स्वरूप की पूजा विशेष रूप से की जाती है. ऐसे में नवरात्रि में व्रत रहने वालों को चाहिए की इस दौरान प्रतिदिन सुबह 8 बजे के पहले स्नान कर लें, एवं स्वच्छता का विशेष ध्यान दें.
व्रत में इन चीजों का करें सेवन
नवरात्रि में नौ दिन तक व्रत रहने वालों को फलाहार संबंधी विशेष ध्यान रखना चाहिए. इस दौरान व्रतियों को दूध से जुड़े उत्पाद कूटू के आटे से बनी रोटी, साबूनदाना, सिंघाड़ा का आटा, फल, आलू, मेवे, मूंगफली आदि खा सकते हैं.
इन चीजों से बनाए दूरी
अगर आप नौ दिन का व्रत रखते हैं तो मांसाहार, नशे के सेवन शारीरिक संबंध बनाने से बिल्कुल दूर रहें, ऐसा करने से नवरात्रि व्रत का फल नहीं मिलता है. इस दौरान व्रत रहने वालों को काले कपड़े और चमड़े की वस्तुओं से परहेज करना चाहिए.