हाईटेंशन तार में फंसी पतंग निकालने गईं दो बहनें करंट लगने से बुरी तरह झुलसीं, एक की मौत

छत के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन में फंसी पतंग निकालने पहुंची दो बहनें करंट में झुलस गई. इस घटना में एक बहन की मौके पर ही मौत हो गई.

जबलपुर में बेहद दर्दनाक हादसा हुआ है. दरअसल, छत के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन में फंसी पतंग निकालने पहुंची दो बहनें करंट में झुलस गई. बड़ी बहन की तो मौके पर ही मौत हो गई जबकि छोटी बहन की हालत नाजुक बनी हुई है. उसे उपचार के लिए निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है. पुलिस के मुताबिक माढोताल थाना क्षेत्र में करमेता के समीप स्थित प्रोफेसर कॉलोनी में सोमवार दोपहर करीब पौने 3 बजे हाईटेंशन लाइन में फंसी पतंग निकालते वक्त दो सगी बहनें करंट की चपेट में आ गईं. दोनों बुरी तरह झुलस गईं. कॉलोनी के लोगों ने जैसे-तैसे बचाव करके दोनों को समीप ही स्थित एक निजी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इस वक्त तक बड़ी बहन निशा डे की सांसें थम चुकी थी. जांच के उपरांत चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया, वहीं छोटी बहन अलीशा डे की हालत नाजुक बनी हुई है.

एक बहन की गई मौके पर जान

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हाईटेंशन लाइन का करंट इतना तेज था कि बड़ी बहन निशा का पैर कटकर शरीर से अलग हो गया था.चीखने की आवाजें सुनकर पड़ोसी दौड़कर छत पर पहुँचे जिसके बाद दोनों बहनों को एक निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहाँ निशा को मृत घोषित कर दिया गया, वहीं छोटी बहन को आईसीसीयू में भर्ती किया गया है.पुलिस ने मर्ग कायम कर विस्तृत छानबीन शुरू कर दी है.

प्रोफ़ेसर कालोनी निवासी रंजन डे की बेटियां निशा डे 18 वर्ष और अलीशा डे 15 वर्ष सोमवार की दोपहर घर पर थीं. करीब पौने 3 बजे दोनों छत पर धूप सेंक रही थीं.इसी दौरान अलीशा ने पड़ोसी की छत से गुजरी हाईटेंशन लाइन पर एक पतंग फंसी हुई देखी. इसके बाद निशा अपनी छत की दीवार कूदकर दो मकान आगे वाली छत पर पहुंची और जैसे ही उसने पतंग को खींचने का प्रयास किया, इसी दौरान उसे तेज करंट लगा और उसके कपड़ों में आग लग गई.निशा की चीखें सुनकर अलीशा दौड़कर उसके पास पहुँची, तो उसे भी तेज करंट का झटका लगा और वो पहली मंजिल से नीचे बालकनी में बने पोर्च में गिर गई.

करंट लगने से एक पैर कटकर अलग हुआ

प्रोफ़ेसर कालोनी निवासी रंजन डे के पड़ोसी डॉ. ओमप्रकाश गुप्ता अपने घर पर खाना खा रहे थे, आवाजें आने पर वे छत पर पहुँचे और दीवार कूदकर निशा के पास पहुंचे. इसी दौरान कुछ और लोग वहाँ आ गए थे. सामने छत पर निशा जल रही थी और खुले हुए तार पड़े हुए थे, जिसे उन्होंने बाँस से दूर किया और अपनी शर्ट उतारकर उसके सहारे निशा की आग बुझाई. डॉ. गुप्ता ने बताया कि आग बुझने के बाद निशा जोर-जोर से हिचकियाँ लेते हुए तड़प रही थी. आग और तेज करंट लगने के कारण निशा का बार्यों पैर शरीर से कटकर अलग हो चुका था, वहीं अलीशा भी नीचे गिरकर तड़प रही थी, उसका दाहिना हाथ जला हुआ था.

बिजली विभाग की संभागीय अधिकारी अल्पा ठाकुर ने बताया कि घटना हाईटेंशन लाइन से पतंग निकालने के दौरान हुई है.इसकी विस्तृत जांच की जा रही है.घटना के बाद क्षेत्र में मातम जैसा माहौल हो गया. लोगों में इस बात का आक्रोश भी है कि बार-बार शिकायतों के बावजूद सघन बसाहट वाले क्षेत्रों में छतों के ऊपर से गुजरने वाली हाईटेंशन लाइन को शिफ्ट नहीं किया जा रहा है. इससे अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है.

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