जबलपुर के पहले संजीवनी क्लीनिक का शुभारंभ



जबलपुर| स्वास्थ्य संस्थाओं से दूर घनी बस्तियों में रहने वाले नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधायें मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रदेश में खोले जा रहे संजीवनी क्लीनिक की श्रृंखला में जबलपुर के पहले संजीवनी क्लीनिक का शनिवार की शाम गोहलपुर स्थित लेमा गार्डन में प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण मंत्री लखन घनघोरिया ने समारोहपूर्वक शुभारंभ किया ।
      सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण मंत्री लखन घनघोरिया ने इस अवसर पर अपने संबोधन में आम नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें देने की सरकार की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ के लिये विकास के मायने सिर्फ सड़कों, पुल-पुलियों का निर्माण तक ही सीमित नहीं है बल्कि इनके साथ-साथ आम जनता के कल्याण को भी उन्होंने इसमें शामिल किया है ।
      सामाजिक न्याय मंत्री ने कहा कि लेमा गार्डन में संजीवनी क्लीनिक प्रारंभ होने से क्षेत्रवासियों को छोटी-मोटी बीमारियों के उपचार के लिए दूर तक नहीं जाना पड़ेगा ।  उन्होंने संजीवनी क्लीनिक के शुभारंभ पर क्षेत्रवासियों को बधाई भी दी । इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण मंत्री लखन घनघोरिया ने संजीवनी क्लीनिक उपयोगिता मार्गदर्शिका का विमोचन भी किया ।
      लेमा गार्डन में संजीवनी क्लीनिक के शुभारंभ के अवसर पर पार्षद ताहिर अली, गुलाम हुसैन, श्रीमती साइना आजम अली खान, लईक अहमद, राजू, मुख्य चिकित्सा एवं  स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनीष कुमार मिश्र, डीएचओ डॉ. एन.डी. पीपरी तथा बड़ी संख्या में क्षेत्रीय नागरिक मौजूद थे । समारोह के प्रारंभ में सामाजिक न्याय मंत्री ने फीता काटकर संजीवनी क्लीनिक का शुभारंभ किया ।
ज्ञात हो कि प्रदेश में स्वास्थ्य संस्थाओं से दूर घनी बस्तियों में रहने वाले नागरिकों को आसानी से स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने की दृष्टि से अन्य राज्यों में प्रचलित बस्ती दवाखाना एवं मोहल्ला क्लीनिक की तर्ज पर प्रथम चरण में प्रदेश के सात जिलों में क्रमश: जबलपुर, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन, सागर एवं रीवा में 88 संजीवनी क्लीनिक स्थापित की जा रही हैं। इनमें से 9 संजीवनी क्लीनिक जबलपुर में खोले जायेंगे ।
संजीवनी क्लीनिकों का संचालन सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक किया जाएगा। इन क्लीनिक के माध्यम से ओपीडी परामर्श, गर्भवती महिलाओं की जांच, टीकाकरण सेवाएं, रेफरल सेवाएं, संचारी रोग, वृद्धजनों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं, शिशु रोग सुविधाएं, गैर संचारी रोग जैसे कैंसर, उच्च रक्तचाप एवं मधुमेह की स्क्रीनिंग व उपचार, 68 प्रकार की लैबोरेट्री जांच सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही नि:शुल्क औषधि वितरण के तहत 120 प्रकार की दवाएं मरीजों को प्रदाय की जाएंगी।
      संजीवनी क्लीनिक में परामर्श लेने वाले सभी मरीजों की जानकारी 3-टैब मॉडल साफ्टवेयर के माध्यम से टैबलेट पर संधारित की जाएगी। साफ्टवेयर की सुविधा, डाटा संधारण एवं समस्त तकनीकी सहयोग विश फाउंडेशन के द्वारा किया जाएगा।

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