मध्यप्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने हनीट्रैप में शामिल महिलाओं पर हुई कार्रवाई को लेकर कहा कि ऐसी महिलाओं की तरफदारी नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जबतक महिला की गलती नहीं होती, तबतक पुरुष कोई गलती नहीं कर सकता। चाहे वह कोई गुंडा या मवाली हो। उन्होंने कहा कि अगर पुरुष को गलत तरीके से फंसाया जाए तो हमें ऐसी महिलाओं की तरफदारी नहीं करना चाहिए। उन पर भी एफआईआर होनी चाहिए। पुरुष के ऊपर ही क्यों कार्रवाई होनी चाहिए।
अभी कुछ दिन पहले मंत्री इमरती देवी ने कहा था कि डॉक्टरों के तबादले में पैसे लगते हैं इसलिए उनका ट्रांसफर न कराकर सस्पेंड कर देते हैं। हालांकि बाद में सफाई देते हुए मंत्री ने कहा कि मैंने सही कहा था कि ट्रांसफर में पैसे लगते हैं क्योंकि सरकार को कर्मचारियों के ट्रांसफर में टीए डीए देना पड़ता है। उनके सामान को भिजवाने में ट्रक का खर्चा देना पड़ा है। इसलिए यह बात मैंने बात कही थी और उसमें कुछ गलत भी नहीं था, लेकिन मीडिया में मेरा बयान को कांट छांट कर चलाया गया था।