जबलपुर: नर्मदा महोत्सव पर अभिजीत के गायन से गूंज उठी भेड़ाघाट की संगमरमरी वादियां

संगमरमरी सौंदर्य के लिए विश्वविख्यात भेड़ाघाट में दो दिवसीय नर्मदा महोत्सव के समापन पर लोक नृत्यों और गायन का श्रोताओं और कला रसिकों ने जमकर लुत्फ उठाया। शरद पूर्णिमा के चंद्रमा की अमृत किरणों से नहाई भेड़ाघाट की संगमरमरी वादियों का सौंदर्य भी आज प्रकृति-प्रेमियों के लिए अद्भुत नजारा पेश कर कर रहा था।
नर्मदा महोत्सव के दूसरे दिन के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मुख्य आकर्षण प्रख्यात पार्श्व गायक अभिजीत भट्टाचार्य का गायन था। परम्परागत रूप से नर्मदा पूजन के बाद शुरू हुए दूसरे दिन के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आगाज प्रख्यात लोक नृत्य कलाकार श्रीमती रत्ना दत्ता के लोक नृत्य से हुआ। भजन एवं शास्त्रीय संगीत गायक  विवेक कर्महे ने अपनी मधुर आवाज में भजन प्रस्तुत कर श्रोताओं को भक्ति रस से सराबोर कर दिया ।
नर्मदा महोत्सव के दूसरे दिन के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के शुभारम्भ समारोह के मुख्य अतिथि वित्त मंत्री तरुण भनोत थे । समारोह की अध्यक्षता क्षेत्रीय विधायक संजय यादव ने की। तरुण भनोत ने अपने सम्बोधन में अगले वर्ष के नर्मदा महोत्सव की तैयारियां अभी से प्रारम्भ करने के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि नर्मदा महोत्सव को भव्य स्वरूप प्रदान करने बजट में अलग से प्रावधान किया जायेगा ताकि फंड की कमी का कभी सामना न करना पड़े ।
तरुण भनोत ने नर्मदा महोत्सव को अंतर्राष्ट्रीय स्वरूप दिए जाने और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकारों को इसमें आमंत्रित किये जाने की बात भी कही । उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन नर्मदा महोत्सव के भव्य और स्तरीय आयोजन के लिए फंड की आवश्यकता का आंकलन कर प्रस्ताव दें ताकि बजट में इसके वित्तीय प्रावधान किया जा सके ।
वित्त मंत्री ने भेड़ाघाट के विकास के मामले में उन्हें फ्री हैंड देने मुख्यमंत्री कमलनाथ का आभार जताया । उन्होंने कहा कि भेड़ाघाट का इसकी ख्याति के अनुरूप जो हक था उसे अभी तक नहीं मिला । लेकिन अब यहाँ के विकास के लिए वित्तीय समस्या को आड़े नहीं आने दिया जाएगा ।तरुण भनोत ने कहा कि नर्मदा तट पर बसे भेड़ाघाट की अपने नैसर्गिक सौंदर्य के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अलग पहचान है । इसकी इसी ख्याति के अनुरूप अब अगले वर्ष से नर्मदा महोत्सव का आयोजन भी होगा ।
दूसरे दिन के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करते हुए क्षेत्रीय विधायक  संजय यादव ने भेड़ाघाट में नर्मदा महोत्सव को तमाम कठिनाइयों के बावजूद निरंतरता प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन की सराहना की । उन्होंने कहा कि अगले वर्ष से नर्मदा महोत्सव को भव्यता प्रदान की जाएगी ।संजय यादव ने कहा कि यह सुखद संयोग है कि अब वित्त मंत्री भी जबलपुर के हैं और जबलपुर का विकास उनकी प्राथमिकता भी है । उन्होंने आशा व्यक्त की तरुण भनोत के वित्त मंत्री रहते नर्मदा महोत्सव के आयोजन में फंड की कमी नहीं होगी ।
उद्घाटन समारोह में नगर पंचायत भेड़ाघाट की अध्यक्ष श्रीमती शैला सुनील जैन, पूर्व मंत्री  चन्द्र कुमार भनोत, राधेश्याम चौबे,  जगत बहादुर सिंह अन्नू, भेड़ाघाट नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष महेश तिवारी एवं सुनील जैन, संभागायुक्त राजेश बहुगुणा, कलेक्टर भरत यादव, नगर निगम आयुक्त आशीष कुमार, जिला पंचायत के सीईओ प्रियंक मिश्र भी उपस्थित थे ।
नर्मदा महोत्सव के समापन दिवस के प्रमुख आकर्षण अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त गायक अभिजीत भट्टाचार्य के गायन का श्रोताओं को ज्यादा देर इंतजार नहीं करना पड़ा। अभिजीत ने अपनी गायकी का सुरीला सफर "आशिक हूँ मैं , कातिल भी हूँ ,सबके दिलों में शामिल भी हूँ से शुरू किया । उन्होंने इसके बाद अपनी मधुर आवाज में एक से एक नगमें प्रस्तुत किये और लोंगो को झूमने मजबूर कर दिया । अभिजीत ने " वादा रहा सनम, होंगे न जुदा हम, हमारी चाहतों का मिट न सकेगा फसाना " तथा "जो भी चाहूं वो मैं पाऊं, सारी दुनिया जीत जाऊं, बस इतना सा ख्वाब है" और "इश्क छुपता नहीं छुपाने से, तेरा आशिक हूं मैं जमाने से" गाकर समां बांध दिया।
अभिजीत ने "मुसाफिर हूं यारों, न घर है न ठिकाना" और "ओ मांझी रे, अपना किनारा नदिया किनारा है" प्रस्तुत कर स्व. किशोर कुमार को आदरांजलि दी। नर्मदा महोत्सव के दूसरे दिन के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ उठाने इतनी बड़ी संख्या में कलाप्रेमी और श्रोता पहुंचे थे की सारी व्यवस्थाएं कम पड़ गई। जितने लोग दर्शक दीर्घा में मौजूद थे, उससे अधिक लोगों ने कार्यक्रम स्थल के बाहर, समीप स्थित पुल के ऊपर और मुक्ताकाशीय मंच के पीछे चट्टानों पर खड़े होकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लिया।

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