स्मृति ईरानी बोलीं- लोगों को नहीं करती वोट बैंक की तरह इस्तेमाल, इसलिए अमेठी से जीती

केंदीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कोलकाता में शनिवार को कहा कि वह लोगों का वोट बैंक की तरह इस्तेमाल नहीं करती हैं। इसी वजह से उन्हें उत्तरप्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट से जीत दर्ज करने में सफलता मिली। 2019 के लोकसभा चुनाव में ईरानी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को 56,036 वोटों के अंतर से हराया था। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में उन्हें
केंद्रीय कपड़ा और महिला एवं बाल विकास मंत्री का कार्यभार सौंपा गया है।
कोलकाता में आयोजित 17वें देवी अवॉर्ड प्रोग्राम में स्मृति ईरानी शामिल हुई थीं। उन्होंने कहा, 'जब लोग भूखे हों और आप उनकी मदद से राजनेता बन जाएं तो इस तरह की स्थिति में मैं खुद को सहज नहीं पाती हूं। मैं लोगों को वोट बैंक की तरह इस्तेमाल नहीं करती हूं। मैं उनके साथ घुलमिलकर परिवार की तरह रहना पसंद करती हूं।' इस दौरान उन्होंने गांधी परिवार का नाम लिए बिना तंज भी कसा।
ईरानी ने कहा, 'वह परिवार जो अमेठी से पिछले पांच दशक से जीत रहा था उसे 2019 में हारना नहीं चाहिए था।' इसी बीच  कहा कि वह राजनीति में किसी फिल्मी कलाकार की तरह एक्टिंग करने पर विश्वास नहीं करती हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह अमेठी के 25 लाख लोगों की समस्याओं को तलाशती हैं और पूरे उत्साह से उनका समाधान करने के लिए काम करती हैं। 
2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी से चुनाव लड़ा था। हालांकि उस समय उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद वह नियमित अंतराल पर अमेठी जाती रहीं और वहां के लोगों से मिलती रहीं। इस दौरान उन्होंने अमेठी में काम करके जनता के बीच अपनी पहुंच बनाई। इसी को देखते हुए भाजपा ने फिर उन्हें इसी सीट से उम्मीदवार के तौर पर उतारा और उन्होंने जीत दर्ज की।

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