आदित्य ठाकरे के साथ खड़े किसान ने बुलढाणा के सांसद के साथ की धक्का-मुक्की

बुलढाणा पहुंचे आदित्य ठाकरे ने जोरदार भाषण भी दिया. अपने भाषण के दौरान आदित्य ने किसानों से पूछा कर्ज माफी हुई? फसल का बीमा मिला क्या? ये सवाल पूछते ही वहां उपस्थित लोगों में से एक किसान उठा और कहा कि कर्ज माफी नहीं हुई. सिर्फ 10 प्रतिशत ही किसानों का कर्ज माफ हुआ है और फसल का बीमा भी किसानों नहीं मिला है.
    जन आशीर्वाद यात्रा के तीसरा चरण में बुलढाणा पहुंचे आदित्य ठाकरेबंजारा समाज ने आदित्य ठाकरे को अपनी पारंपरिक वेशभूषा भी पहनाईबुलढाणा पहुंचे आदित्य ठाकरे ने जोरदार भाषण दिया और किसानों से बात की
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे की जन आशीर्वाद यात्रा का तीसरा चरण शुरू हो चुका है. यह यात्रा गुरुवार को बुलढाणा पहुंची. यहां पहुंचने के बाद आदित्य ठाकरे का स्थानीय नेताओं ने जोरदार स्वागत किया. यहां के बंजारा समाज ने आदित्य ठाकरे को अपनी पारंपरिक वेशभूषा भी पहनाई. इस दौरान आदित्य ने किसानों से बात की.
बुलढाणा पहुंचे आदित्य ठाकरे ने जोरदार भाषण भी दिया. अपने भाषण के दौरान आदित्य ने किसानों से पूछा कर्ज माफी हुई? फसल का बीमा मिला क्या? ये सवाल पूछते ही वहां उपस्थित लोगों में से एक किसान उठा और कहा कि कर्ज माफी नहीं हुई. सिर्फ 10 प्रतिशत ही किसानों का कर्ज माफ हुआ है और फसल का बीमा भी किसानों नहीं मिला है. इस किसान को आदित्य ने स्टेज पर बुलाया. किसान आदित्य से बात कर ही रहा था कि उसे स्टेज पर उपस्थित सांसद प्रतापराव जाधव ने किसान को रोकने की कोशिश की.
इससे पहले सांसद प्रतापराव जाधव उसे चुप कराते किसान ने परेशानी आदित्य ठाकरे को बता दी. इस बीच किसान ने सांसद को धक्का दिया और अंगुली उठाकर शांत रहने को कहा, जिससे सांसद और किसान में थोड़ी कहा-सुनी हुई जो चर्चा का विषय बन गई. इसके बाद आदित्य ठाकरे ने किसान को भगवा रूमाल और फूलों का गुलदस्ता देकर सत्कार किया.
बीजेपी-शिवसेना में नहीं हुआ फैसला
महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना गठबंधन के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर अभी कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक समय सीट शेयरिंग के 50-50 फॉर्मूले को सुझाया था, लेकिन जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाए जाने के बाद उनके सुर बदल गए हैं. बीजेपी अब शिवसेना से ज्यादा विधानसभा सीटों पर चुनावी मैदान में उतरना चाहती है. ऐसे में सवाल उठता है कि बीजेपी के नए सीट शेयरिंग के फॉर्मूले पर शिवसेना राजी होती है या नहीं.

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