आरपीएफ की दबिश से टिकिट दलालों में हड़कंप, पूरे देश में एक साथ कार्यवाही

पूरे भारत मे RPF ने टिकट दलालों के खिलाफ एक साथ कार्यवाही की है । उन्होंने 141 शहरों में 276 स्थानों पर एक साथ छापामार कार्यवाही की है जिसमे 387 टिकिट दलाल पकड़े गये। सभी दलाल संदिग्ध यूजर आईडी से टिकिट बनाते थे और जब्त टिकिटों को निष्क्रिय करने की प्रक्रिया भी करते थे। इस आपरेशन में पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर, भोपाल व कोटा मंडलों में 14 स्थानों पर छापेमारी की गई, जिसमें 35 लाख 75 हजार 660 रुपए को जप्त कर 14 व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है आरपीएफ के इस अभियान से हड़कम्प की स्थिति है।
उल्लेखनीय है कि ग्रीष्म अवकाश, स्कूलों की छुट्टियाँ तथा शादी विवाह का मौसम होने के कारण ट्रेनों में अत्यधिक भीड़ चल रही है। आरपीएफ को काफी समय से ऐसी सूचना मिल रही थी कि अराजक तत्व टिकट काउंटर से एवं ई-टिकटिंग में फर्जीवाड़ा कर ऊँचे दामों पर रेल टिकटों की कालाबाजारी कर रहे हैं।
आरपीएफ मुखिया ने दिया था आदेश
आरपीएफ महानिदेशक अरुण कुमार ने अखिल भारतीय स्तर पर तकनीकि एर्वं आइटी सेल की मदद से ऐसे सभी संदिग्धों को चिन्हित करते हुए उनके गतिविधियों की सभी खुफिया जानकारी एकत्रित कर करवाई तथा उनके विरुद्ध व्यापक कार्यवाही हेत योजना बनाई। इन सूचनाओं को सभी संबधित क्षेत्रीय रेल के आरपीएफ प्रमुखों से अत्यंत गोपनीय रूप से साझा किया गया तथा पूरे देश में एक साथ एक ही दिन एवं एक समय छापेमारी की योजना तैयार की गई। फील्ड अधिकारियों को संंदिग्धों के संबंध में छापेमारी के पूर्व उनका पूर्ण सत्यापन करने के निर्देश जारी किये गए थे।

एक ही दिन पूरे देश में कार्यवाही

एक दिन एक साथ करवाई करने के लिए 13 जून 2019 निर्धारित की गई तथा इसे ऑपरेशन थंडर नाम दिया गया।
रेलवे बोर्ड के निर्देशानुसार पश्चिम मध्य रेल के तीनों मण्डलों में रेल टिकिटों का अवैध कारोबार करने वाले रेल टिकिट दलालों के विरुद्ध एक दिवसीय आपरेशन-थंडर संचालित कर 14 सफल रेड के माध्यम से 2073 रेल टिकिट, जिनका मूल्य 35 लाख 75 हजार 660 रुपए को जप्त कर 14 व्यक्तियों के विरुद्ध रेल अधिनियम की धारा 141 के तहत् गिरफ्तार कर वैधानिक कार्यवाही की गई। रेल सुरक्षा बल, पश्चिम मध्य रेल द्वारा की गई कार्यवाही से जहां रेल टिकिट का काला कारोबार करने वालों में दहशत व्याप्त है।

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