बेंगलुरु: फ्लैट में मिले हजारों वोटर कार्ड, EC ने शुरू की जांच, BJP-कांग्रेस भिड़े

बेंगलुरु  कर्नाटक में चुनाव प्रचार अब अंतिम दौर में चल रहा है. इस बीच राजधानी बेंगलुरु में पकड़े गए हज़ारों वोटर आईडी कार्ड से राजनीतिक उठापठक शुरू हो गई है. चुनाव आयोग ने यहां पर 9746 वोटर आईडी कार्ड बरामद किए. इस मामले में चुनाव आयोग ने एफआईआर दर्ज करवाई है, वहीं जांच अभी भी जारी है. दूसरी ओर मुद्दे को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में एक-दूसरे पर आरोप लगाने की होड़ लगी है. इस मुद्दे पर पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा बुधवार को चुनाव आयोग से मुलाकात करेंगे और प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे.
क्या है मामला?
मंगलवार शाम बेंगलुरु के जलाहाल्ली इलाके में एक घर से बड़ी संख्या में वोटर आईडी कार्ड बरामद होने का विवाद बढ़ता जा रहा है. यह इलाका राज राजेश्वरी निर्वाचन क्षेत्र में पड़ता है. इस मामले को लेकर बेंगलुरु में चुनाव आयोग के मुख्य निर्वाचन अधिकारी संजीव कुमार ने मंगलवार रात को प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की.
उनके अनुसार, राज राजेश्वरी में करीब 4 लाख 35 हजार 439 वोटर हैं, यह वहां की आबादी का 75.43 फीसदी है. पिछली बार रिवीजन के दौरान 28 हजार 825 नाम जोड़े गए थे. इसके बाद अपडेशन के दौरान 19,012 नाम और जोड़े गए थे. इस दौरान 8817 लोगों का नाम हटाया भी गया था.
संजीव कुमार ने बताया कि वह खुद इस घर में गए थे और उन्होंने यहां 9746 वोटर आईडी कार्ड बरामद किए थे. इन्हें छोटे बंडलों में बांधकर और लपेटकर रखा गया था. हर बंडल पर फोन नंबर और नाम लिखा गया था.
बीजेपी ने कांग्रेस पर लगाया आरोप
मामला सामने आने के बाद राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हुई. बीजेपी ने इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा. बीजेपी की तरफ से आरोप लगाया गया कि राज राजेश्वरी में कांग्रेस प्रत्याशी ने 15 हजार फेक वोटर आईडी कार्ड बनाए हैं. बीजेपी राज राजेश्वरी नगर में चुनाव रद्द करने की मांग कर रही है. बीजेपी की ओर से इस संबंध में पुलिस में भी शिकायत की गई है. BJP के सदानंद गौड़ा ने आरोप लगाया है कि इस मामले में राज राजेश्वरी नगर से कांग्रेस के उम्मीदवार मुनिरत्न नायडू का हाथ है.
कांग्रेस ने बीजेपी पर किया पलटवार
बीजेपी के आरोपों पर कांग्रेस ने भी पलटवार किया. मंगलवार देर शाम कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि बीजेपी इस तरह कांग्रेस पर इल्जाम लगाकर अपनी तरफ ध्यान आकर्षित करना चाहती है. सुरजेवाला ने कहा कि यह वोटर आईडी कार्ड ना तो पुलिस ने बरामद किए हैं ना ही चुनाव आयोग ने बल्कि इन्हें बीजेपी कार्यकर्ता ने बरामद किया है.
सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि जिस फ्लैट से वोटर आईडी कार्ड बरामद हुए हैं वो फ्लैट मंजुला नंजामुरी का है, जो कि बीजेपी की नेता हैं. जबकि घर में रहने वाला किरायेदार उन्हीं का बेटा राकेश है. सुरजेवाला ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि 2015 में राकेश ने बीजेपी के टिकट पर निगम चुनाव लड़ा था लेकिन वो हार गए थे.
फ्लैट से और क्या मिला?
चुनाव आयोग की तरफ से की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि उस फ्लैट में पांच लैपटॉप और प्रिंटर भी थे. इसके अलावा 2 स्टील ट्रंक भी मौजूद थे. निर्वाचन अधिकारी ने दावा किया कि वहां पाए गए वोटर आईडी कार्ड असली थे. इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है और मामले की जांच की जा रही है.
गौरतलब है कि कर्नाटक में 12 मई को मतदान होना है. राज्य में 15 मई को नतीजे घोषित होंगे. हाल ही में आए कई ओपेनियन पोल में त्रिशंकु विधानसभा होने की आशंका दिखाई दी. ओपेनियन पोल में देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस किंग मेकर की भूमिका में नज़र आ रही है. इंडिया टुडे के पोल में कांग्रेस को 90 से 101 सीट और बीजेपी को 78 से 86 सीट मिलने की संभावना है. वहीं जेडीएस को 34-43 सीट मिलने की संभावना है.

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